पुणे पुलिस ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है कि भगोड़े गैंगस्टर नीलेश घायवाल के नेतृत्व वाले गिरोह के एक संदिग्ध सदस्य ने बंदूक का लाइसेंस कैसे हासिल कर उसका इस्तेमाल शहर के खड़की स्थित गोला-बारूद फैक्टरी (एएफके) से 400 गोलियां खरीदने के लिए किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने गैंगस्टर के सहयोगी अजय सरवदे को कुछ महीने पहले पुणे के कोथरुड इलाके में हुई उस घटना में उसकी कथित भूमिका के लिए सोमवार को गिरफ्तार किया था, जिसमें घायवाल गिरोह के कथित सदस्यों ने एक व्यक्ति को गोली मार दी थी।
घायवाल देश छोड़कर भाग गया है और उसके वर्तमान में ब्रिटेन में होने का संदेह है।
पुलिस उपायुक्त (जोन 3) संभाजी कदम ने कहा, ‘‘सरवदे को घायवाल के एक अन्य साथी के साथ कर्नाटक से गिरफ्तार किया गया। कोथरूड स्थित सरवदे के घर की तलाशी के दौरान 400 कारतूस (इस्तेमाल किए हुए और इस्तेमाल नहीं किए हुए) बरामद किए गए।’’
कदम ने बताया कि यह भी पता चला है कि सरवदे ने अपने निवास प्रमाण पत्र के जाली दस्तावेजों से शस्त्र लाइसेंस हासिल किया था। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
https://ift.tt/Bf7FLr3
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply