राजधानी पटना स्थित पीएमसीएच में पदस्थापित नर्सों ने वेतन कटौती के विरोध में शनिवार को अस्पताल के मुख्य गेट के पास जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहीं नर्सों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने मनमाने ढंग से उनके 4 से 5 दिनों का वेतन काट दिया है। नर्सों का कहना है कि छठ महापर्व के दौरान उन्होंने नियमानुसार छुट्टी के लिए आवेदन दिया था, जिसे विधिवत रूप से स्वीकृति भी मिल गई थी। इसके बावजूद करीब 415 नर्सों के वेतन में कटौती कर दी गई, जो पूरी तरह अनुचित है। कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन प्रदर्शन के दौरान नर्सों ने अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि छुट्टी स्वीकृत होने के बाद भी वेतन काटना कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन है। नर्सों ने बताया कि छठ जैसे महापर्व में परिवार और धार्मिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए छुट्टी लिया गया था, लेकिन प्रशासन की इस कार्रवाई से वे मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं। नर्सों ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कई बार इस मुद्दे को प्रशासन के संज्ञान में लाने की कोशिश की, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई। इसी कारण उन्हें सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान नर्सों ने नारेबाजी की और जल्द से जल्द वेतन बहाल करने की मांग की। 30 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया नर्सिंग संघ ने प्रशासन को 30 दिसंबर तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि तय समय सीमा तक कटा हुआ वेतन वापस नहीं किया गया, तो 31 दिसंबर से पीएमसीएच में काम बहिष्कार किया जाएगा। नर्सों ने चेतावनी दी कि काम बहिष्कार की स्थिति में अस्पताल की सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। फिलहाल प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन नर्सों के आंदोलन से पीएमसीएच में तनाव का माहौल बना हुआ
https://ift.tt/Tmk0hwU
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply