NIA ने हिजबुल मुजाहिदीन पर कसा शिकंजा, कश्मीर में आतंकवादी की संपत्ति कुर्क
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) के एक आतंकवादी की अचल संपत्ति कुर्क की, जो कश्मीर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंधित संगठन के सक्रिय आतंकवादियों को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति में शामिल था. एनआईए की विशेष अदालत, जम्मू के आदेश पर, एजेंसी ने तारिक अहमद मीर की अचल संपत्ति कुर्क की है. मीर पर आरोप पत्र दायर किया गया है और उसे अप्रैल 2025 में गिरफ्तार किया गया था.
कुर्क की गई संपत्तियों में शोपियां जिले के मालदेरा गांव में शमीलात (खाहचराई) के रूप में दर्ज सर्वेक्षण संख्या 82 मिन के तहत 780 वर्ग फुट भूमि पर निर्मित एक कंक्रीट की एक मंजिला आवासीय इमारत और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के मालदेरा गांव में सर्वेक्षण संख्या 74 मिन के तहत अबी-सौम के रूप में वर्गीकृत 08 मरला भूमि का एक टुकड़ा शामिल है, जो एक बाग के रूप में है.
एनआईए ने दायर किया आरोप पत्र
हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी सैयद नवीद मुश्ताक के सहयोगी तारिक के खिलाफ अक्टूबर 2024 में जम्मू स्थित एनआईए की विशेष अदालत में आईपीसी, शस्त्र अधिनियम और यूए (पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया था. संपत्ति कुर्क भारत की शांति, स्थिरता और सद्भाव को बाधित करने के उद्देश्य से कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ एनआईए की चल रही कार्रवाई का हिस्सा थी.
NIA ने किया बड़ा दावा
एनआईए का कहना है कि यह कार्रवाई आतंकवाद के लिए इस्तेमाल की जा रही संपत्तियों को जब्त करने और आतंकियों व उनके समर्थकों पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के बाद भी सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में आतंकियों, उनके ओवरग्राउंड वर्करों और मददगारों के खिलाफ आक्रामक अभियान चला रहे हैं.
बीएसएफ रख रही नजर
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान की तरफ से एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए हथियार, गोला-बारूद और नकदी पहुंचाकर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जिंदा रखने की कोशिश की जाती है. इसी वजह से 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा पर सेना और 240 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ कड़ी चौकसी कर रही है.
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