Mutual Fund SIP ने दिखा दी अपनी ताकत, गिरते बाजार में निवेशकों की बढ़ाई दौलत

Mutual Fund SIP ने दिखा दी अपनी ताकत, गिरते बाजार में निवेशकों की बढ़ाई दौलत

भले ही बीते एक साल में शेयर बाजार में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली हो, लेकिन म्यूचुअल फंड में एसआईपी के माध्यम से निवेश करने वाले निवेशक मालामाल ही हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार एक साल में गिरते शेयर बाजार में एसआईपी के निवेशकों को 9 फीसदी का तक रिटर्न मिल चुका है. यहां तक म्युचुअल फंड में एकमुश्त निवेश करने वाले निवेशकों को भी करीब 6 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ है. लेकिन एसआईपी करने वाले दिनों को निवेशकों को इस तरह की निराशा नहीं हुई. आपको बताते हैं कि 27 सितंबर को शेयर बाजार अपने पीक पर था. तब से अब तक सेंसेथ्स और निफ्टी में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड एसआईपी को लेकर किस तरह के आंकड़े सामने आए हैं.

बाजार के लिए बुरे सपने से कम नहीं एक साल

फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (एफआईआई) ने हाई वैल्यूएशन, दूसरे बेहतर ऑप्शंस, इनकम ग्रोथ में कमी और जियो पॉलिटिकल का हवाला देते हुए भारतीय शेयरों में खरीदारी करनी बंद कर दी है. आंकड़ों को देखें तो विदेशी निवेशक शेयर बाजार से मौजूदा साल में 1.50 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा निकाल चुके हैं. बीते एक साल में ये आंकड़ा करीब 2 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है. जिसकी वजह से पिछले एक साल में सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 6 फीसदी की गिरावट आई है. सेंसेक्स और निफ्टी में इस गिरावट की वजह से लार्जकैप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने वाले निवेशकों को मोटा नुकसान हुआ है. वहीं दूसरी ओर एक तबका ऐसा भी है, शेयर बाजार में गिरावट के बाद भी फायदा हुआ है और वो लोग हैं म्यूचुअल फंड में एसआईपी के माध्यम से निवेश करने वाले निवेशक. खास बात तो ये है कि 27 सितंबर, 2024 को मार्केट के पीक पर एसआईपी की शुरुआत करने वाले निवेशकों को भी मौजूदा समय तक 9 फीसदी का फायदा हो चुका है.

लार्जकैप फंड्स से हुआ मोटा नुकसान

ईटी रिपोर्ट के अनुसार एक साल पहले उपलब्ध सभी 32 लार्जकैप फंडों का एनालिसिस करें तो पूरी कहानी समझ में आ जाएगी. निफ्टी50 के कमजोर प्रदर्शन के साथ, एकमुश्त निवेशकों को 6 फीसदी का नुकसान हुआ. सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले फंड की बात करें तो जेएम लार्जकैप फंड ने निवेशकों की 10.6 फीसदी का नुकसान पहुंचाया है. यहां तक कि सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला मोतीलाल का लार्जकैप फंड भी केवल 2.2 फीसदी का मामूली रिटर्न ही दे सका. वास्तव में, 32 में से यह एकमात्र फंड है जो एकमुश्त निवेश करने वाले निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न देने में कामयाब रहा.

एसआईपी ने नहीं किया निराश

वहीं दूसरी ओर एसआईपी ने निवेशकों को बिल्कुल भी निराश नहीं किया है. उन्हीं फंडों में SIP निवेशकों को औसतन 4 फीसदी से ज़्यादा का फायदा हुआ है. सबसे अच्छा फंड-निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड-ने SIP के जरिए लगभग 9 फीसदी का रिटर्न दिया, भले ही आपने अपनी SIP को शेयर बाजार के पीक से ही शुरू की हो. एकमुश्त निवेश करने वालों के लिए सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला लार्ज कैप फंड—जेएम लार्ज कैप फंड, जिसने पोर्टफोलियो को 10.6 फीसदी तक नुकसान पहुंचाया-फिर भी SIP निवेशकों के लिए मामूली लेकिन पॉजिटिव 0.5 फीसदी का रिटर्न हासिल करने में कामयाब रहा. यह बताता है कि कैसे रुपी कॉस्ट एवरेज उन SIP निवेशकों के फेवर में काम करता रहा जिन्होंने निवेश को फैलाकर और कई लेवल्स पर खरीदारी करके बाज़ार का सही समय पर निवेश न करने का फैसला किया. SIP ने चुपचाप इक्विटी के लिए एक बुरे साल को मनी मेकिंग के अवसर में बदल दिया है.

क्या कहते हैं जानकार?

कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट के अध्यक्ष और चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर हर्ष उपाध्याय ने ईटी की रिपोर्ट में कहा कि एसआईपी रुपी कॉस्ट एवरेजिंग के थ्रू रिस्क को कम करने में मदद करते हैं. अस्थिर या सीमित दायरे वाले बाजारों में, एसआईपी निवेशकों को अलग-अलग प्राइस प्वाइंट्स पर खरीदारी करने से लाभ होता है, जिससे समय के साथ रिटर्न आसानी से मिलता रहता है. उन्होंने आगे कहा कि हालांकि एकमुश्त निवेश शुरुआती वैल्यूएशन के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, एसआईपी अनुशासन और लचीलापन प्रदान करते हैं, खासकर ऐसे वर्षों में जब शेयर बाजार नेगेटिव दौर से गुजर रहा हो.

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