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IPL ऑक्शन में बिहार के 4 खिलाड़ी बिके, 3 रिटेन:आकाशदीप को KKR ने 1 करोड़ में खरीदा; 3 खिलाड़ियों पर 30-30 लाख की लगी बोली

IPL 2026 के ऑक्शन में बिहारी क्रिकेटर्स ने अपना जलवा बरकरार रखा है। इस ऑक्शन में बिहार के 4 खिलाड़ी बिके हैं। तीन खिलाड़ियों को टीम ने पहले ही रिटेन कर लिया था। यानी कि इस सीजन में पहली बार बिहार के 7 खिलाड़ी नजर आएंगे। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 का ऑक्शन मंगलवार को अबू धाबी में हुआ। भारतीय क्रिकेट के तेज गेंदबाज और रोहतास के आकाशदीप को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 1 करोड़ रुपए में खरीदा है। शुरुआती राउंड में इस तेज गेंदबाज को कोई खरीदार नहीं मिला था, लेकिन एक्सीलरेटेड ऑक्शन के दौरान KKR ने उन्हें वापस बेस प्राइस में खरीद लिया। पिछले साल लखनऊ सुपर जायन्ट्स ने आकाश को 8 करोड़ में खरीदा था। पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन को भी KKR ने खरीदा है। KKR ने सार्थक पर 30 लाख रुपए की बोली लगाई है। सार्थक पहली बार IPL ऑक्शन में शामिल हुए हैं। वे दिल्ली के लिए रणजी खेलते हैं। इधर, गोपालगंज के तेज गेंदबाज साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने, सुपौल के मो. इजहार को मुंबई इंडियंस ने खरीद लिया है। दोनों की कीमत 30-30 लाख रुपए लगाई गई है। वहीं, सनराइजर्स हैदराबाद ने ईशान किशन, दिल्ली कैपिटल्स ने मुकेश कुमार को और राजस्थान रॉयल्स ने वैभव सूर्यवंशी को रिटेन कर लिया है। इस लीग के लिए नीलामी में शामिल 350 खिलाड़ियों में से बिहार के 7 खिलाड़ी हैं। जानिए IPL ऑक्शन में शामिल वाले बिहारी खिलाड़ियों की कहानी… आकाश दीप- पिछले साल 8 करोड़ में खरीदे गए थे बिहार के छोटे से गांव से टीम इंडिया तक पहुंचने वाले आकाश दीप का सफर आसान नहीं था। उन्होंने 16 साल की उम्र में पिता को खोया। उसके 6 महीने के अंदर भाई का भी निधन हो गया। पिता और भाई को खोने के बाद आकाश बहन के साथ दिल्ली चले गए और अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की। फिर बंगाल में क्लब क्रिकेट खेला। बाद में घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व भी किया। क्रिकेट में करियर बनाने के लिए आकाश को न केवल अपने परिवार को छोड़ना पड़ा, बल्कि स्टेट भी छोड़ना पड़ा। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन की वजह से उन्हें बंगाल जाना पड़ा। क्रिकेट को अपने दिल में नहीं होने दिया बैन 27 साल के आकाश दीप बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन की वजह से खेल नहीं पाएं पर उन्होंने क्रिकेट को अपने दिल में बैन नहीं होने दिया। उन्हें क्रिकेट में करियर बनाने के लिए न केवल अपने परिवार को बल्कि अपने प्रदेश को भी छोड़ना पड़ा। वह बंगाल चले गए और वहां आसनसोल में अपने रिश्तेदार के घर पर रहकर बंगाल में क्रिकेट खेला और बाद में घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया। उनके पिता एक शारीरिक शिक्षक थे, जबकि माता लड्डूमा देवी हाउस वाइफ हैं। उनका परिवार गांव में खेती करता है। 16 साल की उम्र में पिता को खोया फिर हुआ भाई का निधन आकाश दीप ने 16 साल की उम्र में पिता को खोया। उसके 6 महीने के अंदर भाई का भी निधन हो गया। पिता और भाई को खोने के बाद आकाश दीप बहन के साथ दिल्ली चले गए। वहां उदासी से बचने के लिए क्रिकेट खेलने लगे। बाद में एक दोस्त के बुलाने पर वह डिवीजन के ट्रायल देने के लिए बंगाल चले गए। आकाश दीप यूनाइटेड क्लब से खेलने लगे। फिर उन पर बंगाल रणजी टीम के सहायक कोच सौराशीष लाहिरी की नजर पड़ी। उन्होंने आकाश दीप को नेट पर बॉलिंग के लिए बुलाया और आकाश की गेंदबाजी को देखकर बंगाल अंडर-23 टीम में शामिल कर लिया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु टीम का रह चुके हैं हिस्सा भारतीय टेस्ट टीम में सेलेक्ट होने से पहले उन्हें साउथ अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय वनडे टीम में चुना गया था। लेकिन वे डेब्यू नहीं कर सके। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू कैप मिलने की उम्मीद है। आकाश दीप IPL में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु टीम का हिस्सा रह चुके हैं। साल 2022 में आरसीबी ने उन्हें 20 लाख रुपए में खरीदा था। उन्होंने 7 IPL मैचों में 6 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने 29 मैचों में 103 विकेट लिए हैं। आकाश दीप को लखनऊ सुपर जायन्ट्स ने पिछले साल 8 करोड़ में खरीदा था। एक ही मैच में 10 विकेट और अर्धशतक बनाए थे इंग्लैंड के खिलाफ 2025 में एजबेस्टन टेस्ट मैच में उन्होंने 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था। इसके साथ ही उन्होंने 94 गेंदों पर 66 रन की पारी खेली थी। एक ही मैच में 10 विकेट और अर्धशतक बनाने वाले आकाश दीप दुनिया के 12वें और इंग्लैंड में ऐसा करने वाले पहले भारतीय नाइट वॉचमैन बने थे। उन्होंने अपनी ये उपलब्धि अपनी कैंसर पीड़ित बहन अखंड ज्योति को समर्पित किया था। उनकी बहन तीसरे स्टेज के कैंसर से जूझ रही है। आकाश दीप ने उनकी खुशी के लिए अपना अपना सर्वश्रेष्ठ देने की बात कही थी। साकिब हुसैन- 2024 में KKR ने 20 लाख रुपए में खरीदा था IPL 2026 ऑक्शन की लिस्ट में 21 साल के बिहार के गोपालगंज के साकिब हुसैन का भी नाम शामिल है। साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने बेस प्राइस 30 लाख रूपए में खरीदा है। साकिब दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। चेन्नई सुपर किंग में नेट बॉलर के रूप में चयनित हुए थे। वह 2024 और 2025 सीजन के लिए हुई नीलामी का भी हिस्सा रह चुके हैं। 2024 में साकिब हुसैन को IPL टीम KKR ने 20 लाख रुपए में खरीदा था। वह चेन्नई सुपर किंग में नेट बॉलर के रूप में भी चयनित हुए थे। वह अब तक 6 फर्स्ट क्लास और 12 T20 मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट क्लास में उनके नाम 16 विकेट दर्ज हैं। खेलने के लिए मां ने गिरवी रखे थे अपने गहने साकिब सदर प्रखंड के दरगाह मोहल्ले में रहते हैं। उनके पिता अली अहमद हुसैन पेशे से मजदूर हैं। साकिब के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उनके पास गेंदबाजी करने के लिए खास जूते तक नहीं थे। तब खेलने के लिए मां ने अपने गहने गिरवी रखे थे। शुरुआती दिनों में उनका सपना क्रिकेट नहीं, बल्कि आर्मी में जाने का था। शहर के मिंज स्टेडियम में वे दौड़ने जाते थे, जहां खिलाड़ियों को देखकर उनके भी मन में क्रिकेट खेलने की तमन्ना जागी। अंडर-19 में हाईएस्ट विकेट टेकर रहे इंटर तक पढ़ाई करने के बाद साकिब ने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए। गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में देवधारी गिरी टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका भी मिला। इसमें उनका बॉलिंग के लिए चयन हुआ। इसके बाद 2021 में पटना में होने वाले बिहार क्रिकेट लीग में शामिल हुए। फिर अंडर-19 खेलने चंडीगढ़ चले गए, जिसमें वह हाईएस्ट विकेट टेकर रहे। उनका मानना है कि चंडीगढ़ से ही उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट शुरू हुआ, जिसने उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी बेंगलुरू तक पहुंचाया। इसके बाद मुस्ताक अली ट्रॉफी खेलने का मौका मिला। फिर उन्हें नेट बॉलिंग के लिए बुलाया गया था। धोनी ने की थी साकिब की तारीफ साकिब चेन्नई सुपर किंग्स के नेट बॉलर भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें महेंद्र सिंह धोनी से मिलने का मौका मिला। साकिब ने अपनी बॉलिंग को लेकर धोनी से राय ली। इस पर धोनी ने कहा, ‘अच्छा हो रहा है, तुम में अच्छा टैलेंट है। तुम ऐसे ही करते रहो। बस मेहनत करते रहो, सिलेक्शन तुम्हारे हाथ में नहीं है।’ साकिब धोनी को अपना आइडल भी मानते हैं। बिपिन सौरभ- 2024-2025 सीजन के IPL ऑक्शन का रह चुके हिस्सा औरंगाबाद के सत्येंद्र नगर में जन्में बिपिन सौरभ भी ऑक्शन की लिस्ट में शामिल हैं। बिपिन सौरभ विकेटकीपर और बैट्समैन हैं। वह 2024 और 2025 सीजन के लिए हुई नीलामी का भी हिस्सा रह चुके हैं। हालांकि, उनपर किसी टीम ने बोली नहीं लगाई। उन्होंने बिहार के लिए 26 फर्स्ट क्लास, 22 लिस्ट-ए और 30 टी20 मैच खेला है। वे अंडर-19 स्टेट मैच में ऑल ओवर बिहार में 19 डिस्ट्रिक्ट के हाईएस्ट स्कोरर रहे हैं। ऑक्शन में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन IPL ऑक्शन में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन पर भी बोली लगेगी। सार्थक रंजन का नाम ऑक्शन लिस्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। उनका बेस प्राइस 30 लाख रुपए रखा गया है। पहली बार उनपर IPL में बोली लग रही है। सार्थक दिल्ली के लिए रणजी खेलते हैं। वे एक ओपनिंग बैट्समैन हैं। दिल्ली प्रीमियर लीग में सार्थक रंजन ने 9 मैच में करीब 448 रन बना दिए थे। दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 में नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स की तरफ से खेलने वाले सार्थक रंजन ने 58 गेंदों पर शतक लगाया था। इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 7 छक्के मारे थे। उन्होंने 8 मुकाबलों में 49.86 की औसत के साथ 349 रन बनाए थे, जिसमें 14 छक्के और 37 चौके शामिल थे। ऑक्शन में नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स ने उन्हें 12 लाख रुपए से ज्यादा की रकम में खरीदा था। इस लीग में अपनी बल्लेबाजी से सार्थक ने सभी को प्रभावित किया है। तब से ही उनकी IPL में खेलने की चर्चा तेज थी। 2018 में टीम में शामिल करने पर हुआ था विवाद सार्थक रंजन को साल 2018 में दिल्ली ने सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के लिए टीम में शामिल किया था। तब काफी विवाद हुआ था। उन्हें बिना मैच खेले टीम में शामिल कर लिया गया था, जबकि अंडर-23 के टॉप स्कोरर हितेन दलाल को रिजर्व में बैठा दिया गया था। तब सार्थक की उम्र 21 थी। उन्हें उन खिलाड़ियों के ऊपर चुना गया, जिन्होंने अंडर-23 टीम के लिए रन बनाए थे। साबिर खान- IPL 2022 के ऑक्शन में भी आ चुका नाम मोतिहारी के साबिर खान का नाम IPL 2022 के ऑक्शन में भी आ चुका है। इसके बाद उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कैंप में बुलाया गया था। वे पिछले IPL सीजन में राजस्थान रॉयल्स के साथ बतौर नेट गेंदबाज जुड़े थे। साबिर अंडर-19 एशिया कप में भी भारतीय टीम के सदस्य रह चुके हैं। तेज गेंदबाज हैं इजहार वहीं, मोहम्मद इजहार बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद हैं। वे IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स के नेट गेंदबाज रह चुके हैं। 21 साल के मोहम्मद इजहार ने हाल ही में SMAT में छत्तीसगढ़ के खिलाफ डेब्यू करते हुए मध्य प्रदेश के खिलाफ 4 विकेट चटका दिए थे। वो सुपौल के छातापुर के ठुठी गांव के रहने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर तथा महाराष्ट्र के खिलाफ भी उन्होंने दो-दो विकेट लिए थे। शुरुआत इजहार को परिवार ने क्रिकेट खेलने से मना किया जाता था। उन्हें पढ़ाई पर फोकस करने को कहा जाता था। मगर इजहार ने अपना पैशन नहीं छोड़ा और 2019-2020 में बिहार की सीनियर टीम में एंट्री कर ली। ईशान किशन- बड़े भाई ने छोटे के लिए छोड़ दिया था क्रिकेट करियर ईशान किशन को सनराइजर्स हैदराबाद ने रिटेन किया है। पिछले साल वो 11.25 करोड़ में बिके थे। ईशान किशन के बड़े भाई ने उनके लिए क्रिकेट छोड़ दिया। जब स्कूल गेम फेडरेशन की बिहार टीम मुंबई खेलने के लिए गई थी। इस टीम में दोनों भाई सिलेक्ट हुए थे। बड़े भाई ओपनर थे इसलिए प्रदर्शन कर पाए। जबकि छोटे भाई को मौका ही नहीं मिला। छोटे भाई को थोड़ी निराशा हुई, लेकिन उस निराशा को बड़े भाई ने बाद में क्रिकेट से त्याग देकर दूर कर दिया। तब ईशान की उम्र 9 साल थी। राज किशन अच्छे खिलाड़ी थे। राज किशन कहते हैं कि ‘हम दोनों भाई क्रिकेट खेलते थे, लेकिन छोटे भाई का क्रिकेट के प्रति पूरा डिवोशन था। बेहतर करने की क्षमता थी।’ बिहार में क्रिकेट की संभावना कम दिखी तो झारखंड गए बिहार में क्रिकेट की संभावना कम दिखी तो ईशान झारखंड की ओर कूच कर गए। 4-5 सालों में किशन ने झारखंड टीम में अहम भूमिका निभाई। 2016-17 में रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली की अच्छी गेंदबाजी के खिलाफ 273 रन बनाए। ईशान ने 14 सिक्सर जड़े, जो किसी रणजी ट्रॉफी की पारी में किसी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा सिक्सर हैं। 2017-18 में किशन 6 मैचों में 484 रन के साथ झारखंड के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। 2018-19 देवघर ट्रॉफी के लिए इंडिया सी टीम में शामिल किया गया और फाइनल में एक महत्वपूर्ण शतक बनाया, जिसने भारत सी को अपना पहला खिताब जीतने में मदद की। सौराष्ट्र के खिलाफ मैच में मिला टर्निंग पॉइंट ईशान के करियर का टर्निंग पॉइंट सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में आया। यह राजकोट के माधवराव सिंधिया क्रिकेट ग्राउंड में खेला जा रहा था। ग्राउंड्समैन ने एक पिच बनाई थी, जिसमें पहले ही ओवर से धूल आ रही थी। यह टर्निंग पॉइंट था। झारखंड पहले बल्लेबाजी कर रहा था। झारखंड 168 रन पर ढेर हो गया। लेकिन, ईशान ने महज 69 गेंदों में 87 रनों की तूफानी पारी खेली। किशन को आउट करने के बाद, रवींद्र जडेजा ने उनसे अपनी पीठ थपथपवाई। राहुल द्रविड़ ने उनकी खूब सराहना की। यही, बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप 2016 के लिए किशन को भारत का कप्तान बनाने के कारणों में से एक था। डिफिनिट के नाम से बुलाते हैं दोस्त ईशान के दोस्त उसे डिफिनिट का नाम से बुलाते हैं। यह उपनाम फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में जिशान कादरी द्वारा निभाए गए डिफिनिट खान के किरदार से आया था। डिफिनिट खान के किरदार से ईशान का चरित्र मिलता है इसलिए लोग उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं। ईशान एडम गिलक्रिस्ट, राहुल द्रविड़ और धोनी के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। क्रिकेट के अलावा, ईशान को टेबल टेनिस और बिलियर्ड्स खेलना काफी पसंद है। IPL में शतक लगाकर वैभव ने बनाया था रिकॉर्ड बिहार के वैभव सूर्यवंशी IPL इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। पिछले साल राजस्थान रॉयल्स ने वैभव को 1.10 करोड़ रुपए में खरीद था। वे शानदार प्रदर्शन करते हुए IPL में फिफ्टी और सेंचुरी लगाने वाले सबसे युवा प्लेयर बने थे। वैभव ने 35 गेंद पर शतक लगाया था। यह IPL में किसी भारतीय खिलाड़ी का सबसे कम गेंदों पर शतक है। उनके इस प्रदर्शन के कारण RR ने उन्हें इस साल रिटेन किया है। पाकिस्तान के बल्लेबाज बाबर आजम का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं वैभव वैभव बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वैभव का चयन जूनियर इंडियन क्रिकेट टीम में हुआ था। वे इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 सीरीज में टीम का हिस्सा थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने महज 58 गेंदों में ही शतक जड़ दिया था। इस पारी में उन्होंने 14 चौके और 4 छक्के लगाए थे। इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान के ओपनर बल्लेबाज बाबर आजम और बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। शांतो ने 14 साल 241 दिन की उम्र में सिलहट में श्रीलंका अंडर-19 के खिलाफ यूथ वनडे क्रिकेट में सेंचुरी जड़ी थी। वहीं, पाकिस्तान के बाबर आजम ने 15 साल 48 दिन में दांबुला में शतक जड़ा था। सचिन से भी कम उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी हाल ही में वैभव ने पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्राफी में डेब्यू किया था। तब उनकी उम्र सिर्फ 12 साल 9 महीने 14 दिन की थी। वैभव सबसे कम उम्र में रणजी में डेब्यू करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे कम उम्र में अलीमुद्दीन ने (12 साल, 2 महीने 18 दिन) डेब्यू किया था। सचिन तेंदुलकर ने 15 साल और 7 महीने 22 दिन की उम्र में डेब्यू किया था। 5 साल की उम्र से शुरू किया क्रिकेट खेलना वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि ‘उसका जन्म 27 मार्च 2011 को हुआ था। उसने 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। घर पर ही 2 साल तक क्रिकेट खेलता रहा। 7 साल की उम्र में मैं उसे समस्तीपुर के क्रिकेट एकेडमी में ले गया। वैभव ने यहां 3 साल तक खेला। फिर हम उसे पटना के संपतचक स्थित जेन एक्स क्रिकेट एकेडमी में लेकर आ गए। 10 साल की उम्र में ही वैभव ने बड़े-बड़े मैच खेले और सीनियर मैच में भी रन बनाने शुरू कर दिए।’ गर्मी की चिलचिलाती धूप में रोज करता था प्रैक्टिस वैभव समस्तीपुर के पटेल मैदान में प्रैक्टिस करता था। उसके कोच ब्रजेश ने बताया कि ‘वैभव काफी मेहनत करता था। उसका एकेडमी में 5 से 6 घंटे स्पेशल टाइम रहता था। इस दौरान सीनियर भी उसके साथ प्रैक्टिस करते थे। गर्मी के महीने में भी सुबह 10 बजे से शाम 3:30 बजे तक वह अपने सेशन में प्रैक्टिस करता था, जिसका रिजल्ट आज हमें देखने को मिल रहा है। वह जल्दी रेस्ट करते नहीं दिखेगा। हमेशा वह अपने आप को प्रैक्टिस में रखता है।’ एक यूथ वनडे मैच में 14 छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 एशिया कप में एक यूथ वनडे मैच में सबसे ज्यादा सिक्स लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने 14 छक्के लगाए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल का 12 सिक्स वाला रिकॉर्ड तोड़ दिया। माइकल ने 2008 में नामीबिया के खिलाफ रिकॉर्ड बनाया था। UAE के खिलाफ उन्होंने वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। यूथ वनडे में छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल है वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 क्रिकेट में कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यूथ टेस्ट में 78 गेंदों पर शतक और यूथ वनडे में छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल हैं। वह ब्रेंडन मैक्कुलम के बाद 100 से कम गेंदों पर 2 यूथ टेस्ट शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी भी बने। इसके अलावा वैभव ने अंडर-19 वनडे में इंग्लैंड के खिलाफ 52 गेंद पर शतक लगाया था। यह यूथ वनडे में सबसे कम गेंदों पर सेंचुरी का रिकॉर्ड है। उन्होंने 10 छक्के लगाकर महज 78 गेंद पर 143 रन की पारी खेली थी। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे कम उम्र के शतक लगाने वाले खिलाड़ी वैभव हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी वैभव बने थे। उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन में 7 चौके 7 छक्का लगाकर 61 गेंदों पर नाबाद 108 रनों की पारी खेली। उन्होंने छक्का लगाकर 58 गेंद में अपने शतक को पूरा किया था। वैभव राइजिंग स्टार्स एशिया कप भी खेल चुके हैं। UAE के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 32 गेंदों में शतक जड़ा था। इस पारी में उनके 15 छक्के और 11 चौके शामिल थे। गोपालगंज के मुकेश को दिल्ली कैपिटल्स ने किया रिटेन मुकेश गोपालगंज के सदर प्रखंड के काकड़कुंड गांव के रहने वाले मुकेश को पिछले साल दिल्ली कैपिटल्स ने 8 करोड़ में खरीदकर इस ऑक्शन में रिटेन किया है। वे एक साधारण परिवार के ताल्लुक रखते हैं। पिता स्व. काशीनाथ सिंह कोलकाता में टैक्सी चलाते थे और माता गृहणी। मुकेश कुमार गांव में मोहल्ला के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते-खेलते आज इस मुकाम पर पहुंच गए हैं। मुकेश कुमार पहली बार गोपालगंज में अपनी गेंदबाजी का दम दिखाकर चर्चा में आए। उस प्रतियोगिता में सात मैच में एक हैट्रिक सहित 34 विकेट लिए। जिसके बाद गोपालगंज क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी और हेमन ट्रॉफी के जिला क्रिकेट टीम के कप्तान अमित सिंह की उन पर नजर पड़ी और वे जिला टीम में आ गए। साल 2022 में इंडिया ए-टीम का बने थे हिस्सा मुकेश कुमार जिला क्रिकेट एसोसिएशन से खेलने के बाद बंगाल में अंडर-19 और बाद में बंगाल के लिए रणजी ट्राफी भी खेला है। इसके बाद उनका चयन इंडिया ए-टीम में साल 2022 में हुआ। इंडिया-ए और न्यूजीलैंड के बीच हुए मैच में उन्होंने 13 ओवर में पांच विकेट लिए और सिर्फ 36 रन दिए। उनके इस बेहतर प्रदर्शन के बाद वे भारतीय टीम का हिस्सा बने। मुकेश भारतीय टीम में तेज गेंदबाज के रूप में पहचान बनाते जा रहे है।


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