केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को कहा कि अवैध कॉल सेंटर से जुड़े एक साइबर धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई के अनुसार, ये कॉल सेंटर कथित तौर पर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाते थे।
एजेंसी ने बताया कि ‘वीसी इंफ्रोमेट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी की अवैध गतिविधियों में शामिल आरोपी विकास कुमार निमर को पिछले हफ्ते लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। वह एक वर्ष से अधिक समय से फरार था।
आरोपी की लखनऊ स्थित उसके आवास पर मौजूदगी की जानकारी मिलने पर एजेंसी ने पिछले हफ्ते वहां छापेमारी की। छापे के दौरान निमर कथित तौर पर एक और अवैध कॉल सेंटर संचालित करते हुए मिला।
बयान में कहा गया कि इस कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा था।
सीबीआई ने बताया, ‘‘तलाशी अभियान के दौरान लखनऊ में आरोपी द्वारा अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर संचालित किए जा रहे एक और अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया।’’
तलाशी के दौरान परिसर से 52 लैपटॉप बरामद हुए, जिनमें साइबर अपराध से जुड़े महत्वपूर्ण डिजिटल सबूत मौजूद थे। ये लैपटॉप अवैध गतिविधियों में ही इस्तेमाल किए जा रहे थे।
सीबीआई ने 24 सितंबर 2024 को पुणे, हैदराबाद और विशाखापत्तनम से संचालित चार अवैध कॉल सेंटर से संबंधित मामला दर्ज किया था।
एजेंसी ने कहा, ‘‘एक महत्वपूर्ण सहयोगी विकास कुमार निमर ने पुणे और विशाखापत्तनम में अवैध कॉल सेंटर ‘वीसी इंफ्रोमेट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड’ शुरू करने और संचालित करने में अहम भूमिका निभाई थी और वह मामले दर्ज होने के बाद से ही फरार था।’’
एजेंसी के अनुसार, निमर की गिरफ्तारी के लिए पुणे के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा वारंट जारी किया गया था।
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