पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग ने चिकित्सा जगत में एक उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल की टीम ने एक ही मरीज के दो अलग-अलग अंगों में मौजूद दो जटिल और अलग प्रकार के कैंसर का एक ही चरण में सफल ऑपरेशन किया। इसे संस्थान के इतिहास में अभूतपूर्व माना जा रहा है। नवादा के 56 साल के मरीज अनिल कुमार (काल्पनिक नाम) पिछले तीन महीनों से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे। कई अस्पतालों में उचित इलाज नहीं मिलने के कारण उनका कैंसर बढ़ गया था। इसके बाद वे IGIMS की सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ओपीडी में पहुंचे। यहां अतिरिक्त प्राध्यापक डॉ. शशि सिंह पवार से परामर्श के बाद उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया गया। जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि मरीज को जहां एक ओर बाएं मैक्सिला (ऊपरी जबड़े) में कैंसर था, वहीं दूसरी ओर दाएं गुर्दे में भी एक अलग प्रकार का कैंसर विकसित हो चुका था। दोनों अंगों में कैंसर की प्रकृति अलग-अलग बायोप्सी रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों अंगों में कैंसर की प्रकृति अलग-अलग थी और दोनों ही कैंसर उन्नत चरणों में पहुंच चुके थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉ. शशि पवार और उनकी टीम ने दोनों कैंसर की सर्जरी एक साथ करने का महत्वपूर्ण और जोखिमपूर्ण निर्णय लिया। करीब चार घंटे तक चली इस जटिल सर्जरी को टीम ने पूरी सफलता के साथ संपन्न किया। जबड़े के कैंसर के इलाज में मरीज की जटिल प्लास्टिक सर्जरी भी की गई।ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति अब पूरी तरह सामान्य है और वह स्वस्थ हो चुका है। इस सर्जरी में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष कुमार, रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. सुधीर, डॉ. प्रभजोत, डॉ. हार्दिक और डॉ. बी. शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, निश्चेतना विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ. पी.के. दुबे और डॉ. अनन्तु की टीम ने ऑपरेशन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। नर्सिंग टीम से सिस्टर मंजुला, ब्रदर शैलेश और सचिन ने भी पूरे समय सहयोग दिया।निदेशक डॉ. बिन्दे कुमार ने कहा कि IGIMS गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए एक भरोसेमंद संस्थान बन चुका है और आगे भी ऐसे मरीजों को हर संभव मदद दी जाती रहेगी
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