सहरसा में इंडियन डेंटल एसोसिएशन (IDA) बिहार स्टेट का 14वां राज्य स्तरीय वार्षिक डेंटल अधिवेशन रविवार की शाम शहर के प्रेक्षा गृह में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। तीन दिवसीय इस अधिवेशन के अंतिम दिन शैक्षणिक सत्र, पुरस्कार वितरण समारोह और संगठन के नए पदाधिकारियों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की गई। आयोजन में बिहार समेत देश के विभिन्न राज्यों से आए दंत चिकित्सकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। समापन सत्र के दौरान IDA बिहार के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. मुमताज ए. हाशमी, राज्य सचिव डॉ. कुमार मानवेंद्र, प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ. मेजर पुलिन वी. वर्मा, कोषाध्यक्ष डॉ. अनुराग रंजन, सीडीएच कन्वेनर डॉ. अमित कुमार सहित राज्य और क्षेत्रीय स्तर के सभी प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे। अधिवेशन के सफल आयोजन पर सभी ने कोशी ब्रांच सहरसा की टीम की सराहना की। पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित हुए दंत चिकित्सक समापन समारोह के मुख्य अतिथि बिहार सीमा सशस्त्र बल रेंज के आईजी निश्चित कुमार उज्जवल (IPS) रहे। उन्होंने IDA बिहार के अध्यक्ष डॉ. मुमताज ए. हाशमी, सचिव डॉ. कुमार मानवेंद्र और प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ. मेजर पुलिन वी. वर्मा के साथ संयुक्त रूप से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दंत चिकित्सकों और संगठन के पदाधिकारियों को सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि दंत चिकित्सकों की भूमिका केवल इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि वे समाज में मौखिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के वैज्ञानिक और शैक्षणिक अधिवेशन नई तकनीकों के आदान-प्रदान के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने में मददगार साबित होते हैं। तीसरे दिन हुए महत्वपूर्ण शैक्षणिक सत्र अधिवेशन के तीसरे और अंतिम दिन शैक्षणिक सत्र की शुरुआत मुंबई से आए वरिष्ठ दंत विशेषज्ञ डॉ. पी. डी. जोशी के व्याख्यान से हुई। उन्होंने रूट कैनाल ट्रीटमेंट (RCT) के माध्यम से दांतों को संक्रमण मुक्त रखने की आधुनिक तकनीकों पर अपने वर्षों के क्लीनिकल अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि सही तकनीक और समय पर इलाज से मरीजों को लंबे समय तक राहत दी जा सकती है। इसके बाद मुरादाबाद से आईं डॉ. शालू महाजन ने दर्द मुक्त आरसीटी की रणनीतियों पर व्याख्यान दिया। उन्होंने मरीजों में दंत उपचार को लेकर मौजूद भय को दूर करने के व्यावहारिक तरीके बताए और कहा कि बेहतर संवाद और आधुनिक उपकरणों से उपचार को आसान बनाया जा सकता है। पटना से आए वक्ता डॉ. शिवेंदु झा ने डेंटल क्लिनिक में जटिल मामलों के पुनः उपचार (री-ट्रीटमेंट) को सरल और प्रभावी ढंग से करने के उपायों पर प्रकाश डाला। उनके व्याख्यान को प्रतिभागियों ने काफी सराहा और प्रश्नोत्तर सत्र में भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन की सफलता में कोशी ब्रांच की अहम भूमिका अधिवेशन की सफलता में मीडिया प्रभारी एवं IDA बिहार टाइम्स के संयोजक डॉ. एम. के. रंजन, कोशी ब्रांच सहरसा के अध्यक्ष डॉ. एस. के. अनुज, सेंट्रल काउंसिल मेंबर डॉ. प्रभात भास्कर, सचिव डॉ. प्रभाकर सिंह राणा सहित कोशी ब्रांच के सभी सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आयोजकों ने बताया कि इस अधिवेशन का उद्देश्य दंत चिकित्सकों को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना और आपसी सहयोग को मजबूत करना था, जिसमें वे पूरी तरह सफल रहे। देश के विभिन्न राज्यों से आए दंत चिकित्सकों की सक्रिय सहभागिता ने इस आयोजन को यादगार बना दिया। समापन सत्र के साथ ही IDA बिहार के 14वें राज्य स्तरीय डेंटल अधिवेशन का औपचारिक समापन हुआ। आयोजकों ने उम्मीद जताई कि इस अधिवेशन से प्राप्त ज्ञान और अनुभव का लाभ आम जनता के मौखिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मिलेगा।
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