गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, कानपुर के शल्य चिकित्सा विभाग में 6 से 9 नवंबर तक आयोजित होने जा रहा ‘उत्तर प्रदेश चैप्टर संगठन का सर्जन ऑफ़ इंडिया इस सेलिब्रेशन’ 2025 देशभर के सर्जनों के लिए नई तकनीकों का बड़ा मंच बनने जा रहा है। सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. जीडी यादव ने मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से वरिष्ठ सर्जन, विशेषज्ञ और प्रशिक्षु डॉक्टर भाग लेंगे। कई सत्रों का होगा आयोजन उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन पैनल चर्चा, केस प्रस्तुतीकरण, गेस्ट लेक्चर, वीडियो प्रस्तुतीकरण और लाइव सर्जरी का आयोजन होगा। इनमें हर्निया, पेट की बीमारियों और सुपर स्पेशलिटी से जुड़े जटिल मामलों पर चर्चा होगी। 2000 से अधिक डॉक्टर होंगे शामिल अब तक एक हजार प्रतिभागियों का पंजीकरण हो चुका है। 2 हजार से अधिक लोगों के आने की संभावना है। सम्मेलन के दौरान एंडोस्कोपी पर विशेष सत्र रखा गया है, जिसमें सूअर पर एंडोस्कोपी डालकर परीक्षण की प्रक्रिया को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा लेजर सर्जरी की नई तकनीकों पर भी जानकारी दी जाएगी, जिसमें बवासीर (पाइल्स) और अन्य बीमारियों के लेजर उपचार की विधि बताई जाएगी। रोबोटिक सर्जरी का होगा प्रदर्शन डॉ यादव ने बताया कि कार्यक्रम में रोबोटिक सर्जरी का भी प्रदर्शन होगा, जिसमें “मंत्रा रोबोटिक सिस्टम” की मदद से सर्जरी की बारीकियां सिखाई जाएंगी। डॉ. यादव ने बताया कि अब सर्जन को अल्ट्रासाउंड करना भी आना चाहिए, इसलिए इस सम्मेलन में अल्ट्रासाउंड की प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। पहली बार दी जाएगी 6 प्रकार की ट्रेनिंग इस चार दिवसीय सम्मेलन में छह प्रकार की सर्जरी की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह पहली बार है जब उत्तर प्रदेश में इस तरह का व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। लखनऊ, नोएडा, बैंगलुरु, रांची, चेन्नई, मुंबई, आंध्र प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों से डॉक्टर इस कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं। डॉ. यादव ने बताया कि यह आयोजन सर्जरी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक और अनुभव साझा करने का एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जो चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान को नई दिशा देगा।
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