Ghar Ki Kheti: एक ही पौधे में उगेंगे टमाटर और बैगन, जान लें ये सुपर तरीका
एक ही पेड़ पर अलग-अलग फल या सब्जियां उगे हुए देखना किसी सपने के जैसा हो सकता है, लेकिन आज के टाइम में ये काफी हद तक सच हो चुका है. हर सब्जी या फल के लिए अलग पेड़ लगाने की आवश्यकता नहीं रह गई है. एक पौधे से दूसरे पौधे को उगाने की प्रक्रिया ग्राफ्टिंग कहलाती है. इस दिशा में नए-नए एक्सपेरिमेंट भी लगातार किए जा रहे हैं. अब तक एक ही पौधे से दूसरा उसी वैरायटी का पौधा बनाकर तैयार किया जाता था, यानी अगर आप आम के पेड़ से ग्राफ्टिंग कर रहे हैं तो आम की ही दूसरी किस्म उगा सके हैं, लेकिन अब एक ही पेड़ या पौधे पर दूसरी प्रजाति के फल सब्जी भी उग सकते हैं.
ग्राफ्टिंग में दो अलग-अलग पौधों को एक साथ जोड़ा जाता है, जिसमें एक पौधे के तने के ऊपरी परत हटाकर उसमें कट लगाने के बाद दूसरे पौधे की कलम कट में लगा दी जाती है और फिर इसे टेप की मदद से सील कर दिया जाता है, जिससे दूसरा पौधा भी ग्रो होने लगता है, लेकिन ग्राफ्टिंग की कई तकनीकें हैं जैसे एप्रोच ग्राफ्टिंग, सैडल ग्राफ्टिंग, साइड ग्राफ्टिंग, स्पिल्स ग्रफ्टिंग, फ्लैट ग्राफ्टिंग, उसके हिसाब से रिजल्ट भी अलग-अलग आते हैं. जान लेते हैं एक ही पौधे पर कैसे उगाए गए टमाटर और बैगन.
बैगन और टमाटर की खेती
अगर खेती की बात करें तो टमाटर एक भारी सब्जी है और इसका पौधा ज्यादा पानी की जरूरत होती है, जबकि टमाटर का पौधा पानी का भराव होने पर खराब हो जाता है, लेकिन अब इसे एक ही पौधे पर उगा सकते हैं, जिससे आपको अलग-अलग देखभाल की जरूरत नहीं होगी. इस नए सफल एक्सपेरिमेंट ने फार्मर्स और किचन गार्डनर्स के बीच सेंसेशन मचा दी है. तो चलिए जान लेते हैं डिटेल में.
वैज्ञानिकों का सफल एक्सपेरिमेंट
एक ही पौधे पर दो सब्जियां उगाने का सफल एक्सपेरिमेंट वाराणसी के भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IIVR)वैज्ञानिकों ने किया है. ‘ब्रिमेटो’ यानी एक ऐसा पौधा जो बैगन और टमाटर दोनों उगाता है. इस पौधे को बैगन के रूट स्टॉक पर डबल ग्राफ्टिंग तकनीक से ‘ब्रिमाटो’ तैयार किया है.
कई साल किया गया अध्ययन
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ( ICAR) का कहना है कि डबल या एक से ज्यादा ग्राफ्टिंग तकनीक एक ऐसा ऑप्शन थी, जिसमें एक ही फैमिली के दो पौधों को ग्राफ्ट करके तैयार किया जाता था, लेकिन IIVR ने 2017 में ‘ब्रिमेटो’ पौधे को सफलतापूर्वक विकसित कर लिया, लेकिन किसानों को सही तरह से ट्रेनिंग देने के लिए और इसे ICAR के साथ रजिस्टर कराने से पहले कुछ सालों तक इसपर स्टडी की गई.
लोग भी आसानी से उगा सकेंगे
एक्सपेरिमेंट के सफल होने के बाद अब संस्थान की तरफ से किसानों को ब्रिमैटो की खेती की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. इसके रिजल्ट अच्छे रहे तो ये पारंपरिक खेती से हटकर एक नया रेवोलुशन बन सकता है. तैयार किए गए ये पौधे भी तेजी से बिक रहे हैं. कुछ समय बाद लोग इसे आसानी से घर के गार्डन में भी उगा सकेंगे.
ज्यादा देता है सब्जियां
ब्रिमैटो पौधा हार्वेस्टिंग भी अच्छी देता है. पांच से छह बार की कटाई में ब्रिमैटो प्लांट से 4ट5 किलो टमाटर से लेकर 3.5 किलो तक बैगन मिल सकते हैं. वहीं पारंपरिक खेती से उगा गए पौधे के मुकाबले ये कम से कम 15-20 दिन पहले ही सब्जियां ग्रो करने लगता है.
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