पटना में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आयुष डॉक्टर्स को नियुक्ति पत्र देते वक्त एक महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब अपने हाथ से हटा दिया। इसके बाद अब कांग्रेस, राजद और सपा ने इसे मुद्दा बना दिया है। कांग्रेस का कहना है कि, जब राज्य का मुखिया सरेआम ऐसी हरकत करे, तो महिलाओं की सुरक्षा का क्या भरोसा? इस घटिया कृत्य के लिए नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। अब जानिए आखिर पूरा मामला क्या है दरअसल, सोमवार को सीएम नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थेष। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से आ गई। मुख्यमंत्री आवास पर हुए कार्यक्रम में 1283 आयुष डॉक्टर्स को नियुक्ति पत्र दिए गए। इस घटना के वीडियो को शेयर करके आरजेडी ने लिखा- ‘यह क्या हो गया है नीतीश जी को। मानसिक स्थिति बिल्कुल ही अब दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है या नीतीश बाबू अब 100% संघी हो चुके हैं।’ इस मामले में अब कॉन्ट्रोवर्सी खड़ी हो गई है। ओवैसी की पार्टी और राजद ने इसका विरोध किया है। आज इस मामले में राजद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है। 3 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिया। इन नवनियुक्त 1283 आयुष चिकित्सकों में 685 आयुर्वेदिक, 393 होमियोपैथिक और 205 यूनानी चिकित्सक शामिल हैं। इन सभी नवनियुक्त 1283 आयुष चिकित्सकों को ‘राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम’ के तहत चल रहे ‘चलंत चिकित्सा दल’ और आयुष चिकित्सा सेवा के तहत विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चल रहे अन्य कार्यक्रमों में सहभागिता के लिए कई स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापित किया जा रहा है। इससे स्कूलों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच और स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी। हाल की कुछ और घटनाएं देखिए 13 दिसंबर: नीतीश ने 3 मंत्रियों से कहा- अरे आइए ना बिहार पुलिस अकादमी राजगीर में 1218 ट्रेनी दरोगा के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर सीएम नीतीश कुमार शामिल हुए। उन्होंने परेड की सलामी ली। दीक्षांत परेड के निरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुली जीप में सवार होने वाले थे। परंपरा के अनुसार उनके साथ केवल पुलिस महानिदेशक (DGP) जीप में मौजूद थे। जैसे ही मुख्यमंत्री जीप की ओर बढ़े, उनकी नजर मंच पर बैठे मंत्रियों पर पड़ी। तभी उन्होंने सम्राट चौधरी की ओर इशारा करते हुए कहा, अरे आप भी आओ भाई…चलो ना। इसके बाद सम्राट जीप पर सवार हो गए। पूरी खबर पढ़िए 13 दिसंबर: नीतीश ने तेजस्वी से कहा- ऐ खड़ा हो ना भाई 18वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन स्पीकर का चुनाव हुआ। बीजेपी के विधायक प्रेम कुमार निर्विरोध स्पीकर चुने गए। जिसके बाद सदन के नेता नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी कुमार साथ में उन्हें चेयर तक लेकर आए। निर्वाचन के बाद सदन में ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के नारे लगे। स्पीकर चुने जाने पर नीतीश कुमार ने प्रेम कुमार को बधाई दी। साथ ही उनके काम की सराहना करते हुए सभी सदस्यों को खड़े होकर विधानसभा अध्यक्ष को प्रणाम करने को कहा। इस दौरान तेजस्वी उठ ही रहे थे, तभी नीतीश कुमार ने कहा- ए खड़ा हो न भाई। इसके बाद सभी विधायकों ने स्पीकर का अभिवादन किया। पूरी खबर पढ़िए 2 अक्टूबर: महिला कैंडिडेट को माला पहनाने बढ़े नीतीश, सांसद ने रोका मुजफ्फरपुर में नीतीश कुमार बीजेपी कैंडिडेट रमा निषाद के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार ने अपने संबोधन के आखिरी में रमा निषाद को बुलाया। वो जैसी ही उनके पास पहुंचीं। राज्यसभा सांसद संजय झा भी कैंडिडेट के साथ मुख्यमंत्री के पास आए। नीतीश कुमार ने एक माला ली और महिला कैंडिडेट को पहनाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। संजय झा ने मुख्यमंत्री का हाथ पकड़ लिया। इसके बाद नीतीश ने हाथ पीछे किया फिर आगे बढ़ाते हुए रमा निषाद को गले में माला पहना दी। मुख्यमंत्री ने संजय झा से कहा- ई गजब आदमी है भाई, हाथ काहे पकड़ते हो। पूरी खबर पढ़िए
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