सीवान में मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के छोटपुर गांव के पास शनिवार की अहले सुबह BSAP-2 के जवान मधुप कुमार को एक स्कॉर्पियो ने रौंद दिया। जिससे घटनास्थल पर ही जवान की मौत हो गई। मृतक के बड़े भाई दिलीप कुमार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे साजिश के तहत की गई हत्या बताया है। दिलीप ने कहा कि मधुप दो भाइयों में छोटा था, अविवाहित था और 2010 में BSAP में नौकरी जॉइन की थी। दिलीप के अनुसार, मधुप को लेकर पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई। उन्हें घटना की जानकारी मधुप के एक साथी से मिली। इसके बाद जब उन्होंने मधुप के मोबाइल पर कॉल किया तो किसी अन्य व्यक्ति ने फोन उठाकर हादसे की जानकारी दी। दिलीप का आरोप है कि उन्हें अलग-अलग लोगों से घटना के बारे में अलग-अलग कहानियां सुनने को मिलीं। कोई कह रहा है कि मधुप शौच के लिए उतरे थे, तभी वाहन ने टक्कर मार दी, तो कोई कह रहा है कि गाड़ी घुमाने के दौरान हादसा हुआ। दिलीप ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर यह हादसा था, तो मधुप के साथ मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों या अधिकारियों ने उस अज्ञात गाड़ी को क्यों नहीं देखा, न उसका नंबर नोट किया और न ही पीछा किया। भाई ने एक ऑडियो कराया उपलब्ध दिलीप ने एक ऑडियो क्लिप उपलब्ध कराई है। ऑडियो में मधुप और किसी नगर निगम के मेयर के बीच विवाद सुनाई देता है, जिसमें पटना में जमीन पैमाइश को लेकर बहस के दौरान सामने वाला मधुप को “देख लेने” और जान से मारने जैसी धमकी देता प्रतीत होता है। दिलीप का दावा है कि यह ऑडियो कुछ ही दिन पुराना है, जिससे मधुप की मौत को लेकर साजिश की आशंका और गहराती है। थाना प्रभारी कर रहा था प्रताड़ित इसके अलावा दिलीप ने यह भी आरोप लगाया कि 20 दिन पहले जब मधुप की प्रतिनियुक्ति सराय ओपी थाना में हुई थी, तब थाना प्रभारी विकास कुमार बिट्टू द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया गया। मधुप को न तो रहने के लिए कमरा दिया जा रहा था और न ही अन्य बुनियादी सुविधाएं। यह मामला BSAP के कमांडेंट लेशी सिंह तक पहुंचा, जिनके हस्तक्षेप और सीवान एसपी के आदेश के बाद ही मधुप को थाना स्तर पर सुविधाएं मिलीं। परिजन का आरोप है कि मधुप की हत्या साजिश के तहत की गई और पुलिस इसे दुर्घटना का रूप देकर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा दिलीप ने कहा कि घटनास्थल मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में आता है, जबकि मधुप जिस टीम के साथ ड्यूटी पर थे, वह सराय ओपी थाना की थी। ऐसे में दूसरे थाना क्षेत्र में कार्रवाई से पहले मुफ्फसिल थाना को सूचना क्यों नहीं दी गई, यह भी संदेह के घेरे में है। अज्ञात गाड़ी ने मारी टक्कर वहीं, घटना के संबंध में सदर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि सराय ओपी थाना पुलिस किसी संदिग्ध गाड़ी का पीछा कर रही थी। इसी दौरान तिनमुहानी के पास कुहासा और रास्तों की जटिलता का फायदा उठाकर संदिग्ध वाहन फरार हो गया। SDPO के अनुसार, पीछा खत्म होने के बाद सिपाही मधुप कुमार अपनी गाड़ी घुमाने के लिए उतरे थे, तभी सामने से आ रही एक बेकाबू अज्ञात गाड़ी ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गई, जिससे मधुप की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
https://ift.tt/cCjOpJ6
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply