Bihar Poll 2025: ‘लालू प्रसाद यादव’ भी मैदान में कूदे, 2014 में राबड़ी देवी के खिलाफ लड़ चुके हैं चुनाव, 10 साल में महज 6 साल बढ़ी उम्र

Bihar Poll 2025: ‘लालू प्रसाद यादव’ भी मैदान में कूदे, 2014 में राबड़ी देवी के खिलाफ लड़ चुके हैं चुनाव, 10 साल में महज 6 साल बढ़ी उम्र

बिहार में भले ही बड़े राजनीतिक गठबंधनों के बीच सीट शेयरिंग पर कोई रजामंदी न हो सकी हो, लेकिन नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है. पहले ही दिन एक ऐसे नाम वाले शख्स ने पर्चा भरा जो सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बन गया. लालू प्रसाद यादव पर्चा दाखिल करने वाले शुरुआती लोगों में से एक रहे. हालांकि ये लालू राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से अलग हैं और उनका बिहार की प्रतिष्ठित यादव परिवार से कोई नाता भी नहीं है.

जिस लालू प्रसाद यादव ने पर्चा दाखिल कर सभी को चौंका दिया है. वो असली लालू प्रसाद यादव के संसदीय क्षेत्र सारण के रहने वाले हैं. बिहार चुनाव 2025 में दाखिल हलफनामे के अनुसार, वह सारण जिले के मढ़ौरा थाने में पड़ने वाले जादो रहीमपुर गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने कल शुक्रवार को सारण जिले की मरहौरा विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. वह इस सीट से पर्चा भरने वाले पहले उम्मीदवार भी हैं. साल 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले इस नकली लालू प्रसाद यादव की उम्र तब 39 साल थी और 2025 के चुनाव में उनकी उम्र 45 साल ही हुई.

नकली लालू यादव के हलफनामे में क्या

राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के टिकट से पर्चा भरने वाले लालू प्रसाद यादव ने दावा किया है कि उन पर किसी तरह का कोई आपराधिक मामला नहीं चल रहा है. हलफनामे के अनुसार, लालू प्रसाद यादव के पास 50 हजार रुपये कैश है तो उनकी पत्नी सुग्गी देवी के पास 20 हजार रुपये कैश के रूप में है. उनके पास एक बाइक (40000 रुपये) है और एक कार (600000 रुपये) भी है. 10 हजार रुपये बैंक में जमा हैं.

इस तरह से उनके पास करीब 7 लाख रुपये की संपत्ति है. उनके पास कोई जेवर नहीं है, जबकि उनकी पत्नी के पास 5 लाख रुपये की कीमत के सोने के जेवर तो 1.40 लाख रुपये की चांदी के जेवर हैं. इस तरह से उनके पास 6.60 लाख रुपये की संपत्ति है. हलफनामे के अनुसार, लालू ने 12वीं तक की पढ़ाई की है. 1997 में उन्होंने मढ़ैरा के जवाहर लाल नेहरू कॉलेज से 12वीं की परीक्षा दूसरे श्रेणी में पास की थी. 2025 में दाखिल हलफनामे के अनुसार उनकी उम्र 45 साल है.

ऐसा नहीं है कि राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे लालू प्रसाद यादव पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. वह पहले भी कई चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें हर बार निराशा ही हाथ लगी है. उन्होंने पहली साल 2001 में वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था.

2014 में निर्दलीय लड़े लालू प्रसाद यादव

2025 के चुनाव से पहले उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में बड़ा चुनाव लड़ा था. तब वह उसी सारण सीट से मैदान में उतरे थे जहां पर असली लालू प्रसाद यादव ने अपने संसदीय यात्रा की शुरुआत की थी. असली लालू यादव ने 1977 के लोकसभा चुनाव में सारण सीट से दावेदारी ठोकी थी और विजयी हुए थे.

असली लालू यादव पर भ्रष्टाचार के कई मामले चले और चारा घोटाला मामले में दोषसिद्धि होने के बाद उन्हें चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहरा दिया गया. ऐसे में 2014 के संसदीय चुनाव में उनकी जगह राबड़ी देवी ने सारण से राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर उतरने का फैसला लिया. इसी चुनाव दूसरे लालू प्रसाद यादव ने भी चुनाव में पर्चा दाखिल किया. हालांकि तब वह लालू राय के नाम से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में उतरे थे.

राबड़ी के खिलाफ, मिले AAP से ज्यादा वोट

तब के अपने हलफनामे में अपना नाम लालू प्रसाद यादव की जगह लालू राय दिया था. हालांकि पिता राम जन्म राय के नाम में कोई बदलाव नहीं हुआ. तब उन्होंने अपनी उम्र 39 साल बताई थी. हालांकि 2025 के हलफनामे में उनकी उम्र 45 साल बताई गई है. इस तरह गुजरे 10 सालों में उनकी उम्र में 6 साल की ही वृद्धि हुई. तब उनके पास कोई गाड़ी नहीं थी. वह पेशे से किसान हैं.

सारण सीट पर राबड़ी देवी के खिलाफ मैदान में उतरे लालू राय को खास कामयाबी नहीं मिली थी. हालांकि राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर मैदान में उतरीं राबड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजीव प्रताप रूड़ी को यहां से जीत मिली थी. रूड़ी के खाते में 355,120 वोट आए तो राबड़ी देवी को 314,172 वोट मिले. वह 40 हजार से अधिक वोटों के अंतर से चुनाव हार गईं. वहीं नकली लालू यादव के खाते में 9,957 वोट आए. लालू को कुल पड़े वोटों का 1.2% वोट ही मिला.

राष्ट्रपति चुनाव में भी किया था नामांकन दाखिल

चुनाव की खास बात यह रही कि लालू राय को आम आदमी पार्टी के परमात्मा सिंह से अधिक वोट मिले थे. परमात्मा सिंह को महज 5,099 वोट मिले तो लालू राय को करीब 10 हजार वोट मिले थे. यहां के नोटा के पक्ष में 19,163 वोट आए थे.

बिहार चुनाव में मैदान में उतरने वाले लालू प्रसाद यादव राष्ट्रपति चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. उन्होंने 2017 और 2022 के राष्ट्रपति चुनाव किस्मत आजमाने की कोशिश की थी. उन्होंने नामांकन भी दाखिल किया, लेकिन दोनों ही बार उनका नामांकन खारिज हो गया था.

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