21 साल के इस भारतीय को जंग में उतारा, रूस-यूक्रेन युद्ध में हुआ ‘गायब’
पंजाब, हरियाणा, जम्मू और अन्य राज्यों के कई लोगों यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए कथित तौर पर धोखे से रूसी सेना में भर्ती किया गया था. इनमें से कई लोगों की वापसी हो गई है, लेकिन कई भारतीय अभी रूस में फंसे हैं या लापाता हैं. लुधियाना के 21 साल के समरजीत सिंह का कुछ पता नहीं लग पा रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट मुताबिक युद्ध लड़ने के लिए हथियारों के साथ अग्रिम मोर्चे पर भेजे जाने के लगभग एक महीने बाद भी उनकी कोई खबर नहीं मिल सकी है.
इंडियन एक्सप्रेस को यह जानकारी रूसी सेना में भर्ती हुए एक अन्य व्यक्ति, बूटा सिंह ने दी है, जो पंजाब के मोगा जिले के रहने वाले हैं. बूटा युद्ध में घायल होने के बाद हाल ही में मास्को के पास एक अस्पताल में भर्ती हैं. बता दें बूटा की उम्र 25 साल है और वह मोगा के चक कनिया गांव के निवासी हैं.
बूटा ने मंगलवार को इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया कि समरजीत सिंह की हालत और स्थान लगभग एक महीने से अज्ञात है.
स्टडी वीज़ा पर रूस गए थे समरजीत
बूटा ने बताया कि रूसी के अधिकारी वॉकी-टॉकी के जरिए उनसे संपर्क करने में नाकाम रहे हैं… उन्होंने कहा कि जब मैंने आर्मी कमांडर से समरजीत के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि उनके पास कोई जानकारी नहीं है.
लुधियाना के डाबा इलाके के रहने वाले समरजीत इस साल जुलाई में स्टडी वीज़ा पर रूस गए थे. समरजीत एक योग्य एक्स-रे तकनीशियन हैं और उनसे एजेंट ने रूसी सेना में डॉक्टरों के सहायक की नौकरी दिलाने का वादा किया था.
14 भारतीय अभी भी युद्ध में
बूटा ने द इंडियन एक्सप्रेस को रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में कैसे हालात बदले, इसकी भी जानकारी भी दी. उन्होंने कहा, “हम सभी को लगभग एक महीने पहले एक युद्ध मिशन पर भेजा गया था, लेकिन मैं घायल हो गया और मुझे मॉस्को के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.” उन्होंने आगे बताया कि वह भर्ती होने वाले अकले भारतीय हैं, जबकि उनके समूह के कम से कम 14 अन्य अभी भी युद्ध में हैं.
बूटा ने आगे बताया, “मैंने यहां हमारे ट्रांस्लेटर से बात की, जो युद्ध क्षेत्रों में सैनिकों को तैनात करता है और वॉकी-टॉकी के जरिए उनसे संपर्क बनाए रखता है. उसने बताया कि समरजीत वापस नहीं आए हैं, जबकि उसके साथ आया दूसरा व्यक्ति पहुंच गया.” बूटा को फ़ोन पर ट्रांस्लेटर ने बताया कि समरजीत लापता हो गया है.
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/6KuV8Ny
Leave a Reply