आईएएस 2025 बैच के अधिकारियों ने शीतकालीन अध्ययन के दौरान आज इंडियन ऑयल के बरौनी रिफाइनरी का जायजा लिया। जिसमें भावी प्रशासकों को ऊर्जा क्षेत्र को निकट से समझने का अनूठा अवसर प्रदान किया था। बरौनी रिफाइनरी पहुंचने पर अधिकारियों का स्वागत कार्यकारी निदेशक (परियोजना एवं कोर ग्रुप) संजय रायजादा ने किया। भारत के प्रमुख ऊर्जा केंद्रों में से एक बरौनी रिफाइनरी में स्वागत संबोधन के दौरान उन्होंने रिफाइनरी की आर्थिक विकास को गति देने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं राष्ट्रीय प्रगति में योगदान की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान सभी आईएएस अधिकारियों ने रिफाइनरी का दौरा किया तथा वरिष्ठ प्रबंधन से संवाद कर संगठन एवं इंडियन ऑयल द एनर्जी ऑफ इंडिया को समझा। रिफाइनरी इकाइयों और आर्थिक संबंधों पर चर्चा की कॉर्पोरेट संचार अधिकारी अर्पिता पटेल ने बताया कि इस संवाद का उद्देश्य प्रस्तुति और खुले विचार-विमर्श के माध्यम से रिफाइनरी संचालन एवं पेट्रोलियम क्षेत्र की व्यापक समझ प्रदान करना था। दौरे में रिफाइनरी इकाइयों तथा आर्थिक संबंधों पर चर्चा शामिल रही। विविध व्यापार मॉडल और बाजार गतिशीलता से जुड़कर प्रतिभागियों ने ऊर्जा उद्योग की जटिलताओं पर मूल्यवान दृष्टिकोण प्राप्त किया गया। इसमें बरौनी रिफाइनरी का इतिहास, परिचालन, अनुकूलन क्षमता, खरीद पद्धतियां, मानव संसाधन प्रथाएं और नैतिक मानकों पर भी प्रकाश डाला गया, जो कुशल एवं पारदर्शी प्रशासन को सुदृढ़ करेगा। ऊर्जा क्षेत्र में गहन सहभागिता ने राष्ट्रीय विकास और सुरक्षा में प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को रेखांकित किया गया। सतत प्रथाओं, विभिन्न इकाइयों, नियामक ढांचों के संबंध में बताया गया। इसके साथ ही तकनीकी हस्तक्षेपों से परिचित कराया गया, जो आर्थिक विकास और पारिस्थितिकीय स्थिरता के बीच संतुलन स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के बरौनी रिफाइनरी का यह दौरा प्रतिभागियों की समझ को समृद्ध करेगा। उन्हें भविष्य में प्रशासक के रूप में सूचित एवं संतुलित निर्णय लेने के लिए प्रेरित करेगा।
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