बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को शेखपुरा के घाटकुसुंभा प्रखंड मुख्यालय में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने NDA के शेखपुरा सीट से JDU प्रत्याशी रणधीर कुमार सोनी और बरबीघा सीट से कुमार पुष्पंजय के समर्थन में वोट मांगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अगले 5 सालों में एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2020 में उन्होंने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था। इसके बजाय, उनकी सरकार ने पिछले 5 साल के कार्यकाल में 40 लाख सरकारी रोजगार प्रदान किए हैं। ‘2005 से पहले राज्य की स्थिति खराब थी’ नीतीश कुमार ने 24 नवंबर 2005 को सत्ता संभालने से पहले के शासनकाल की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि 2005 से पहले राज्य की स्थिति खराब थी। शाम को लोगों का घर से निकलना मुश्किल था, समाज में हिंदू-मुस्लिम फसाद होते थे और विकास के नाम पर कुछ भी नहीं था। उन्होंने कहा कि उस समय सड़क, बिजली, पानी, पढ़ाई और स्वास्थ्य जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी। मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकारों ने केवल पति, पत्नी, बेटा, बेटी और परिवार के विकास पर ध्यान केंद्रित किया। ‘समाज में वैमनस्यता और झगड़ों को दूर किया’ अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने समाज में वैमनस्यता और झगड़ों को दूर किया। उन्होंने कब्रिस्तान के साथ-साथ मंदिरों की भी घेराबंदी करवाई। उन्होंने बताया कि राज्य में पहले 6 मेडिकल कॉलेज थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 12 हो गई है। उनकी योजना राज्य के सभी जिलों में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलने की है। 7 निश्चय योजना का भी जिक्र किया नीतीश कुमार ने 2015 में शुरू की गई 7 निश्चय योजना का भी जिक्र किया। इसके तहत राज्य में सड़कों का जाल बिछाया गया, हर घर को नल से पानी उपलब्ध कराया गया और लोगों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए शौचालयों का निर्माण कराया गया। उन्होंने बताया कि 2020 के शासनकाल में सरकार द्वारा सोलर लाइट लगाने और हर खेत तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
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