मधुबनी के जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने ‘जिला प्रशासन गांव की ओर’ कार्यक्रम के तहत पंचायतों में संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की जांच के निर्देश दिए हैं। यह औचक जांच 17 और 18 दिसंबर को की जाएगी, जिसके लिए संबंधित अधिकारियों को पंचायतें आवंटित कर दी गई हैं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित पंचायतों में स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी योजनाओं की प्राथमिकता के आधार पर जांच करने को कहा है। इस दौरान स्वास्थ्य उपकेंद्रों की सभी एएनएम, आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर को अपने सभी अद्यतन सर्वे रजिस्टर, ड्यूलिस्ट पंजी और आरसीएच पंजी के साथ दोपहर 1:30 बजे पंचायत कार्यालय (पंचायत सरकार भवन/पंचायत भवन) में उपस्थित रहना होगा। पल्स पोलियो अभियान में काम करने का निर्देश जांच और समीक्षा के बाद, इन कर्मियों को पल्स पोलियो अभियान में भी कार्य करने का निर्देश दिया गया है। जांच के दौरान, अधिकारी प्रथम त्रैमासिक में एएनसी पंजीकरण की संख्या, चतुर्थ एएनसी जांच की संख्या, सरकारी और निजी संस्थानों में प्रसव की संख्या, कुल प्रसव और एचएमआईएस पोर्टल पर दर्ज प्रसव की संख्या का सत्यापन करेंगे। यदि कुल प्रसव की संख्या चतुर्थ एएनसी से कम पाई जाती है या एचएमआईएस पोर्टल पर प्रसव की संख्या दर्ज नहीं की गई है, तो इसके कारणों का पता लगाया जाएगा। प्रतिनियुक्त अधिकारी एएनएम, आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर के अद्यतन सर्वे रजिस्टर, आरसीएच पंजी और टैली शीट के आधार पर इन विसंगतियों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। ई-ऑफिस के माध्यम से दैनिक कार्य करने का निर्देश जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, क्षेत्रीय चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक और प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक निरीक्षी पदाधिकारी जांच में आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। उन्हें निर्धारित समय पर सभी संबंधितों की उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी। निरीक्षी अधिकारी यह कार्य पंचायत सरकार भवन (या जहां पंचायत कार्यालय संचालित है) में जाकर करेंगे। इसके अतिरिक्त, उन्हें अपने कार्यालय से संबंधित दैनिक कार्यों का निष्पादन ई-ऑफिस के माध्यम से करने का भी निर्देश दिया गया है।
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