भास्कर न्यूज | किशनगंज शहर को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की शुरुआत हो चुकी है। नगर परिषद क्षेत्र में सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) निर्माण की लंबी प्रतीक्षा अब समाप्त होने जा रही है। राज्य सरकार की कैबिनेट से इस महत्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है। इसके बाद नगर एवं आवास विभाग दिसंबर में निविदा आमंत्रित करने की तैयारी में जुट गया है। आदर्श आचार संहिता प्रभावी रहने के कारण निविदा प्रक्रिया रोक दी गई थी, मगर अब दिसंबर में टेंडर होने की पूरी उम्मीद है। लगभग 156 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस प्लांट का सीधा फायदा शहरवासियों के साथ रमजान नदी को मिलेगा, जो लंबे समय से शहर के गंदे पानी का बोझ उठाते-उठाते अपनी नैसर्गिक सुंदरता और स्वच्छता खो चुकी है। अभी घरों और बाजारों का दूषित पानी बिना किसी उपचार के नालियों के जरिए सीधे नदी में जा रहा है। इससे न केवल नदी का पानी गंभीर रूप से दूषित हो रहा है, बल्कि पूरे क्षेत्र का वातावरण भी दूषित हो रहा है। भूजल और सतही जल होगा सुरक्षित सीवरेज प्लांट से निकलने वाला साफ पानी न केवल नदी को स्वच्छ बनाएगा, बल्कि पूरे इलाके में भूजल और सतही जल पर पड़ रहे प्रदूषण के खतरे को भी काफी हद तक कम कर देगा। स्वच्छ जल का उपयोग सिंचाई एवं अन्य गैर-पीने योग्य कार्यों में किया जाएगा। इससे कृषि कार्यों में भी सहूलियत मिलेगी और किसानों को बेहतर जल स्रोत उपलब्ध हो सकेगा। मार्च-अप्रैल से काम शुरू होने की संभावना नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। आचार संहिता के कारण निविदा प्रक्रिया स्थगित थी, जो अब दिसंबर में पूरी होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष के मार्च-अप्रैल से परियोजना पर कार्य शुरू हो सकता है, और इसके बाद शहर में सीवरेज प्रबंधन का एक नया अध्याय लिखे जाने की उम्मीद है। इसके पूरा होने से स्वच्छ वातावरण, बेहतर जल प्रबंधन, प्रदूषणमुक्त नदी मिलेगा।
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