खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड के दियारा इलाके में मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत बनी एक सड़क बाढ़ से क्षतिग्रस्त होने के बाद से मरम्मत का इंतजार कर रही है। लगभग 1 करोड़ 79 लाख 464 रुपए की लागत से निर्मित यह सड़क एक साल में ही जर्जर होने लगी थी और 2024 की बाढ़ में बह गई। इससे लगभग 10 हजार ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। यह सड़क रोहियार पंचायत के धमारा (नावार्ड प्रस्तावित सड़क) में लीला यादव के घर से बलकुंडा घाट तक ढाई किलोमीटर लंबी है। इसका निर्माण 5 जुलाई 2021 को शुरू हुआ था और 4 जुलाई 2022 को यह पूरी तरह बनकर तैयार हो गई थी। बाढ़ के दौरान सड़क का एक बड़ा हिस्सा बहा निर्माण के एक वर्ष बाद ही यह सड़क जर्जर होने लगी थी। वर्ष 2024 में आई बाढ़ के दौरान मंजरों बहियार के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया था। तब से लेकर अब तक इसकी मरम्मत नहीं की गई है। यह सड़क बंगलिया, बलकुंडा और रोहियार सहित कई गांवों के लगभग 10 हजार लोगों के लिए आवागमन का एकमात्र मार्ग है। जिला बीस सूत्री सदस्य स्थायी समाधान की मांग की जदयू के जिला बीस सूत्री सदस्य चंदेश्वरी राम ने बताया कि बाढ़ से सड़क टूटने के बावजूद संवेदक द्वारा मरम्मत कार्य नहीं कराया गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि मंजरों बहियार के पास हर वर्ष बाढ़ के समय पानी का दबाव अधिक रहता है, इसलिए इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाए। गोगरी के कनीय अभियंता राजीव रंजन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सड़क के वित्तीय विवरण रिपोर्ट (एफडीआर) को लेकर विभाग को भेजा गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़क की जांच की जाएगी और संवेदक को जल्द से जल्द मरम्मत कार्य कराने का निर्देश दिया जाएगा।
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