बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद तेजस्वी यादव का पहला इंटरव्यू सामने आया है। एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने चुनाव में हार पर खुलकर बात की। तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में अदृश्य शक्तियों ने अपना काम किया है। BJP ने बूथ और मशीनें बढ़ाकर खेल किया है। चुनाव आयोग ने भी खुलकर भी बेईमानी की है। वोटिंग के दिन तक लोगों के खातों में 10-10 हजार रुपए डाले गए। इस चुनाव में लोकतंत्र हारा है, मशीनरी जीती है। पढ़िए चुनाव में मिली हार के 22 दिन बाद तेजस्वी यादव का पहला इंटरव्यू…. विकास नहीं PM ने कट्टे की बात की तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार सबसे गरीब राज्य है यहां कोई उद्योग नहीं है। शिक्षा और स्वास्थ्य में फिसड्डी है। बिहार की खूबी है कि ये युवाओं वाला राज्य है। राज्य में असर मुद्दा बेरोजगारी का था। बिहार में 3 कारणों से लोग बाहर जाते हैं। पढ़ाई, कमाई और दवाई। 20 साल तक बिहार में डबल इंजन की सरकार रही ये एक चीनी मील भी चालू नहीं कर पाए। प्रधानमंत्री ने आए तो उन्होंने कट्टे की बात की। 2020 में सबसे पहले मैंने घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री बनते ही 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे। 2020 में हमारे और उनके अलायंस में 12 हजार वोटों का था। कई सीटें 1000 वोटों से हारे। 2022 में नीतीश जी जब दोबारा मुख्यमंत्री बने को हमने यही शर्त रखी थी कि 5 लाख नौकरियां देनी हैं। पहली बार RJD ने नीतीश जी के साथ रहते हुए शिक्षा विभाग लिया और लोगों को नौकरी दी। हमारे हटने के बाद भी पेपर लीक हुआ। इस बार के चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा रहा। जिन लोगों ने लाठियां खाई वो नहीं चाहते थे कि बिहार में फिर इन लोगों की सरकार आए। लोकतंत्र हारा, मशीनरी जीती है तेजस्वी ने कहा, इस बार चुनाव में लोकतंत्र हारा है मशीनरी जीती है। बीजेपी ने इस चुनाव में सारे हथकंडे इस्तेमाल किए। पहले हमने कहा पेंशन बढ़ाएंगे, माई बहन योजना लाएंगे। सरकार ने हमारी बातें इम्प्लीमेंट कर दी। आचार संहिता लगने के 10 दिन पहले 10-10 हजार रुपए बांटे गए। पूरे चुनाव में रिश्वत दी गई। किसानों को पैसे बांटे गए. जीविका दीदियों को पैसे बांटे, महिला रोजगार योजना में पैसे बांटे। जिस दिन वोटिंग हो रही उस दिन भी लोगों के खातों में पैसे जा रहे थे। आप डेटा देखेंगे तो हमारे वोट बढ़े हैं। 1 करोड़ 90 लाख वोट महागठबंधन को मिले हैं। अदृश्य शक्तियों ने चुनाव में अपना काम किया अदृश्य शक्तियों ने चुनाव में अपना काम किया है। आने वाले समय में जरूर इसका पर्दाफाश होगा। चुनाव आयोग पूरी बेईमानी के मूड में था। सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग को 45 दिन का किया गया है। चुनाव आयोग ने योजना के पैसे मिलने के 3 घंटे बाद आचार संहिता लगाई गई। जितनी भी हमारी शंका थी चुनाव आयोग ने कभी क्लियर नहीं किया। 2 दिनों तक इन लोगों ने वोटिंग परसेंटेज तक नहीं बताया। कितने महिला पुरुष, कितनी महिलाएं ये भी नहीं बताया। बूथ और मशीनें बढ़ाकर इन लोगों ने चुनाव में खेल किया। बीजेपी चुनाव में कुछ ना कुछ करती है। इस बार बहुत कम-कम मार्जिन से हम कई सीटें हारे। देश की सभी संवैधानिक संस्थाएं कंप्रोमाइज कर रही हैं। ये लोकतंत्र को खत्म कर के राजतंत्र लागू करना चाहते हैं। ये संविधान को खत्म करना चाहते हैं। PM को अपने भाषण सुनकर शर्म आनी चाहिए मोतिहारी में PM ने जो भाषण दिया वो किस तरह का था। उन्हें इस चुनाव में दिए भाषणों को सुनकर शर्म आनी चाहिए। जो मन किया वो कहा। बस एक ही लक्ष्य था कुछ भी बोलो, कुछ भी करो चुनाव जीतो। SIR के नाम पर इन लोगों ने वोटर लिस्ट से लोगों के नाम काटे। अपने लोगों के नाम जोड़े। हिंदी बेल्ट इन लोगों के बहुत जरूरी है। बिहार में कभी बीजेपी अपने दम पर नहीं आई है। अगला टारगेट इनका बंगाल है। वहां जाकर ये लोग और घुसपैठियों की बात करेंगे। सीट बंटवारे को लेकर कोई झगड़ा नहीं था तेजस्वी ने बताया कि, हम विनिबिलिटी देखते हैं। हमें जीतने वाला कैंडिडेट चाहिए था। कुछ सीटों पर 2-2 पार्टियां उम्मीदवार उतारना चाहते थे। ये फ्रेंडली फाइट का मामला है। बीजेपी में भी ऐसा होता रहा है। मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि, अगर हम बैलेट में 143 सीट जीत रहे हैं तो मशीन में जाकर ये ट्रैंड कैसे बदल जा रहा है। पढ़े लिखे लोग हमें वोट दे रहे हैं तो गरीब कैसे वोट नहीं देंगे। गरीब सबसे ज्यादा इस सरकार से परेशान हैं। नीतीश जी का मंत्रिमंडल परिवारवादी है बिहार में मंत्रियों का ओथ हुआ। जो ना MLC हैं ना विधायक हैं फिर भी मंत्री बन रहे हैं। आप देखिए 70 फीसदी नीतीश जी का मंत्रिमंडल परिवारवादी है। मेरे परिवार में तो मेरे अलावा किसी ने चुनाव नहीं लड़ा। अगर वो जंगलराज की बात करते हैं तो डेटा के हिसाब से बात कर। इन लोगों के राज में 70 हजार हत्याएं हुई हैं। नीतीश जी कहते थे कि तेजस्वी पर फर्जी केस हैं नीतीश कुमार जी जब हमारे साथ थे तो वो खुद कहते थे कि तेजस्वी के ऊपर जो केस हैं वो सब गलत हैं। ये लोग संस्थाओं का दुरुपयोग करते हैं। सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते हैं। बाबाओं से चुनाव जीतते हैं। कुछ दिन और इनकी तानाशाही चलेगी। नौजवानों को खड़ा होना पड़ेगा। इनके लालच देने पर हमें लालची नहीं बनना होगा। ये कुछ भी करेंगे, ना लालू जी झुके हैं। ना ये पार्टी कभी झुकी है ना इस पार्टी ने कभी बीजेपी के सामने कंप्रोमाइज किया है। एक दिन इनका सपना जरूर टूटेगा।
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