हर किसी को नहीं छोड़ने चाहिए ग्लूटेन फूड, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

हर किसी को नहीं छोड़ने चाहिए ग्लूटेन फूड, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

आज के समय में लोग फिट रहने के लिए की तरह की डाइट फॉलो करते हैं. इसमें कई अपनी डाइट में प्रोटीन या फिर फाइबर ज्यादा शामिल करते हैं. ऐसे ही आजकल ग्लूटेन फ्री डाइट का ट्रेंड भी बहुत ही लोग फॉलो कर रहे हैं और इसके पीछे कई कारण हैं. कई लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी होती है, कुछ लोग इसे अनहेल्दी मानते हैं और वहीं कई लोग दूसरों की देखा-देखी अपनी डाइट से ग्लूटेन को हटाते हैं. लेकिन इससे पहले उन्हें यह जानना चाहिए कि आखिर ग्लूटेन होता क्या है, साथ ही इसके नुकसान के साथ फायदे भी होते हैं.

ग्लूटेन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो ज्यादातर गेहूं, जौ और रई जैसे कुछ अनाजों में ज्यादा पाया जाता है. इसके साथ ही यह ब्रेड, केक, पास्ता, पिज्जा, और बहुत से बेक्ड प्रोडक्ट्स में पाया जाता है. कुछ लोग ग्लूटेन फ्री खाना इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि वे इसे पचाने में आसान मानते हैं या वे वजन कम करने, एनर्जी बढ़ाने, या किसी तरह की एलर्जी से बचने के लिए ग्लूटेन फ्री डाइट को चुनते हैं. लेकिन क्या हर किसी के लिए ग्लूटेन फ्री डाइट सही रहेगी. आइए जानते हैं इसके बारे में एक्सपर्ट की राय

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल में इंटरनल मेडिसिन एंड इनफेक्शन के कंसल्टेंट डॉक्टर अंकित बंसल ने बताया कि आजकल बहुत से लोग बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के ग्लूटेन फ्री डाइट लेना पसंद करते हैं, लेकिन ऐसा करना हर किसी के लिए सही नहीं होता है. दरअसल, ग्लूटेन एक तरह के नेचुरल प्रोटीन है. जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक नहीं है, बल्कि सामान्य लोगों के लिए यह एनर्जी और फाइबर का एक अच्छा सोर्स होता है. उन लोगों को ही ग्लूटेन फ्री डाइट लेनी चाहिए जिन्हें सीलिएक डिजीज, ग्लूटेन इन्टॉलरेंस या ग्लूटेन सेंसिटिविटी जैसी समस्याएं हैं. ऐसे मामलों में शरीर ग्लूटेन को ठीक से पचा नहीं पाता, जिससे पेट फूलना, गैस, दस्त, थकान, या आंतों में सूजन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.

Gluten Free Diet

ग्लूटेन फ्री चीजें ( Credit : Getty Images )

ग्लूटेन फ्री डाइट से नुकसान

आजकल ग्लूटने फ्री डाइट लेना एक ट्रेंड बनता जा रहा है. लेकिन जिन लोगों को कोई ऐसी समस्या नहीं है, उनके लिए ग्लूटेन फ्री डाइट अपनाना न सिर्फ बेकार है बल्कि इससे सेहत के नुकसान भी हो सकता है. क्योंकि जब आप ग्लूटेन छोड़ते हैं, इसमें ज्यादातर लोग गेंहू की रोटी खाना बंद कर देते हैं. लेकिन ऐसे में गेहूं से मिलने वाले कई जरूरी पोषक तत्व आपके शरीर को नहीं मिल पाते हैं. इसमें ग्लूटेन के साथ ही इसमें फाइबर, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक भी पाए जाते हैं. इनकी कमी से शरीर में कमजोरी, कब्ज या पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.

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मार्केट में बाजार से बने ग्लूटेन फ्री प्रोडक्ट्स अक्सर ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं, जिनमें फैट, सोडियम और शुगर की मात्रा ज्यादा होती है. लंबे समय तक इनका सेवन वजन बढ़ाने, ब्लड शुगर बढ़ने या हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है. इसके अलावा, ग्लूटेन फ्री प्रोडक्ट्स महंगे भी होते हैं. आजकल सोशली मीडिया और फिटनेस ट्रेंड्स की वजह से लोग सोचते हैं कि ग्लूटेन फ्री प्रोडक्ट्स का सेवन किया जाए. लेकिन यह सिर्फ विशेष मेडिकल कंडीशन वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है. अगर किसी व्यक्ति को बार-बार पेट में दर्द, डायरिया, गैस, अपच या कमजोरी जैसी समस्या से परेशान हैं, तो उन्हें डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए जिसे पता चल पाए कि उस व्यक्ति को ग्लूटेन से एलर्जी है या नहीं. हेल्दी लोगों के लिए गेहूं, दलिया, रोटी , ब्रेड जैसे सामान्य ग्लूटेन से भरपूर फूड्स सीमित मात्रा में लेना सही रहता है.

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