बिहार में बीते एक महीने में एटीएम लूट की वारदातों ने पुलिस और बैंकिंग सिस्टम, दोनों की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदेश के 6 जिलों में 7 SBI ATM मशीन को गैस कटर से काटकर चोरों ने कुल 1 करोड़ 54 लाख रुपए उड़ा ले गए। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने अब तक न तो किसी को गिरफ्तार किया है और न चोरी किए गए कैश को बरामद किया जा सका है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि ATM से चोरी की सभी वारदातों में एक जैसा पैटर्न अपनाया गया है। जैसे कि, संडे बिग स्टोरी में जानिए, ATM में चोरी कर रहे चोर कौन हैं? यह गिरोह SBI के ही ATM को क्यों निशाना बना रहे हैं? इनके चोरी करने का पैटर्न क्या है? बिहार पुलिस के हाथ अभी तक खाली क्यों हैं? इतना सिक्योरिटी होने के बाद भी कैसे चोरी को अंजाम दिया जा रहा है? अब जानिए, बीते एक महीने में ATM काटकर कहां-कहां चोरी किया गया है पहली चोरी- बक्सर में हुए ATM काटकर 32 लाख कैश उड़ाए 29 नवंबर की शाम 7.00 बजे बक्सर के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के अखौरीपुर गोला के पास SBI के एटीएम को गैस कट्टर से काटकर 32 लाख रुपए की चोरी की गई। वारदात के समय मुफ्फसिल थाने की गश्ती टीम 100 मीटर की दूरी पर मौजूद थी। चोरों ने सबसे पहले ATM केबिन में लगे कैमरे पर ब्लैक कलर स्प्रे किया। फिर अंदर से शटर गिराकर गैस कटर से मशीन को काटा और 30 लाख 43 हजार कैश लेकर फरार हो गए। चोर इनोवा कार से आए थे। घटना के बाद चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन किया है। स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। लेकिन अभी तक एक भी चोर नहीं पकड़े गए हैं और ना ही पैसे रिकवर हुए हैं। यह ATM 24 घंटे खुला रहता था और गार्ड नहीं रहते थे। मुफ्फसिल थाना प्रभारी चंदन कुमार ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को कुछ इनपुट मिले हैं, जिसके मुताबिक चोर हरियाणा और राजस्थान के हैं। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर रही है। हालांकि, अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। बक्सर एसपी शुभम आर्य ने बताया कि, ‘स्थानीय कोई नहीं हैं। इसमें सभी बाहरी हैं और पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों में छापेमारी चल रही है।’ दूसरी घटना- सारण के सोनपुर में एटीएम से 16.36 लाख चोरी 11 दिसंबर की रात 2.14 बजे सारण के सोनपुर थाना क्षेत्र के गोविंदचक के पास SBI के एटीएम में चोरी हुई। 4 चोरों ने गैस कट्टर से ATM काटकर 16.36 लाख रुपए चोरी कर लिया। चोर साथ में सीसीटीवी कैमरे के DVR भी ले गए। इस चोरी में सफेद रंग की हैरियर कार यूज की गई थी। इसी कार में चोर गैस सिलेंडर और कटर लेकर आए थे। घटना के समय ATM केबिन का शटर गिरा था, उसमें ताला नहीं लगाया गया था। मौका मिलते ही चोर केबिन में घुसे और पहले सीसीटीवी को तोड़कर डीवीआर साथ रख लिया। फिर गैस कटर से एटीएम को काटकर 16 लाख कैश लेकर फरार हो गए। सोनपुर थाना प्रभारी राजनंदन ने बताया कि, ‘आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाल कर कुछ इनपुट जुटाई है। पुलिस जांच के दौरान और अन्य जगह हुए एटीएम में चोरी के पैटर्न से सोनपुर के चोरी का मिलान किया गया। पुलिस को शक है कि चोर हरियाणा और राजस्थान के इलाके के हैं। हालांकि, लाइनर का काम किसी स्थानीय व्यक्ति ने ही किया है। स्पेशल पुलिस उसे पकड़ने के लिए दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर रही है।’ तीसरी चोरी- मुजफ्फरपुर में एटीएम से 25 लाख की चोरी मुजफ्फरपुर के सदर थाना इलाके के कच्ची-पक्की में 13 दिसंबर की तड़के सुबह 4 चोरों ने SBI एटीएम को गैस कटर से काटकर 25 लाख चोरी कर लिया। चोर सुबह में 3.20 बजे से 3.24 बजे के बीच सफेद रंग की लग्जरी कार से पहुंचे थे। सबसे पहले चोरों ने आसपास रेकी किया, फिर उसके बाद केबिन में घुसते ही सीसीटीवी तोड़ दिया। फिर शटर को अंदर से बंदकर गैस कट्टर से एटीएम को काटकर उसमें रखे पैसे लेकर फरार हो गए। घटना वाले जगह पर पुलिस की ड्यूटी भी लगाई गई थी, लेकिन सुबह के 3.00 बजे ही पुलिस वाले वहां से निकल गए थे। ठीक 4 साल पहले इसी एटीएम में पहले भी चोरी हुई थी। मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी कोटा किरण कुमार ने बताया कि पुलिस अभी जांच कर रही है। कोई भी चोर अभी तक पकड़ा नहीं गया है। जांच के दौरान कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने दानापुर, सोनपुर सहित कई जिलों के पुलिस के सहयोग से उनकी पहचान की है। मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी के मुताबिक, ‘हमें शक है कि सभी चोर हरियाणा या राजस्थान के रहने वाले हैं। एक स्पेशल टीम दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर रही है। इसमें सीवान से एक युवक को गिरफ्तार किया गया है, जो एटीएम चोरों को सिम कार्ड देता था।’ चौथी चोरी- सीवान के हुसैनगंज में भी SBI काटकर की चोरी 15 दिसंबर की रात सीवान के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के टेढ़ीघाट बाजार के पास SBI के एटीएम को चोरों ने निशाना बनाया। चोरों ने गैस कट्टर से एटीएम काटकर 27 लाख 32 हजार रुपए पार कर दिए। यहां भी चोर सफेद रंग की लग्जरी कार से पहुंचे थे। पहले सीसीटीवी को तोड़ा फिर अंदर से शटर को बंदकर एटीएम को गैस कटर से काटा और आराम से पैसे लेकर चले गए। थाना प्रभारी अखिलेश प्रसाद ने बताया कि, ‘इसमें कोई भी स्थानीय चोर नहीं है। उनको पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है। शक है कि सभी चोर हरियाणा और राजस्थान के हैं। इसलिए पुलिस टीम हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर रही है। पांचवी और छठी चोरी- बेतिया के दो ATM से 37 लाख की चोरी 18 दिसंबर की रात बेतिया जिले में दो जगहों पर चोरों ने SBI का एटीएम काटकर चोरी किया है। बेतिया के नगर थाना इलाके के आलोक भारती स्कूल के पास चोरों ने गैस कटर से एटीएम काटा और 12 लाख 52 हजार रुपए चोरी कर लिया। उसी रात जिले के नौतन थाना क्षेत्र के गहरी में चोरों ने SBI एटीएम को गैस कट्टर से काटकर 25 लाख रुपए की चोरी हुई है। इस मामले में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। इस संबंध में बेतिया एसपी डॉ शौर्य सुमन ने बताया कि, ‘सभी चोरों को पकड़ने के लिए हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छापेमारी हो रही है। इन चोरों का एक गिरोह है जो बिहार सहित, बंगाल, ओडिशा, राजस्थान और हरियाणा में एटीएम चोरी करता है।’ सातवीं चोरी- मधुबनी में SBI एटीएम काटकर 16 लाख की चोरी 19 दिसंबर की रात मधुबनी के राजनगर थाना क्षेत्र में नरकटिया पेट्रोल पंप के पास SBI के एटीएम को गैस कट्टर से काटकर 16 लाख रुपए की रुपए की चोरी हुई। यहां भी चोरी का पैटर्न वही रहा, जो बाकी जगहों पर देखने को मिली। चोरों ने पहले सीसीटीवी तोड़ा, फिर शटर बंद कर गैस कट्टर से काटकर रुपए लेकर भाग गए। इस मामले में भी स्पेशल टीम का गठन किया गया है। राजनगर थानाध्यक्ष चंद्र किशोर तड्डू ने बताया कि चोरी करने का तरीका एकदम नया था। चोरों ने सफेद रंग की स्कॉर्पियो को यूज किया था। स्पेशल टीम बिहार के बाहर हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में छापेमारी कर रही है। इन सभी मामले में SBI के एटीएम को ही निशाना बनाया गया है। सभी जगहों की पुलिस हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर रही है। इन चोरों के चोरी करने के पैटर्न क्या है और आखिर SBI के एटीएम को ही निशाना क्यों बना रहे है? चोरों को पकड़ने के लिए बिहार पुलिस किस तरह काम कर रही है? इसको जानने के लिए बेतिया के एसपी और डीआईजी से हमने बात की। सभी ATM में चोरी के पैटर्न में समानता सबसे पहले हमने डीआईजी हरिकिशोर राय से बात की। हमने उनसे जानने की कोशिश किया कि चोरी की पैटर्न क्या है और चोर कौन हैं? आखिर अभी तक चोर क्यों नहीं पकड़े गए? इस संबंध में उन्होंने बताया कि बेतिया में हाल ही में हुए एटीएम काटकर चोरी का पैटर्न एकदम नया है। चोर पहले सीसीटीवी कैमरे के ब्लैक कलर से स्प्रे कर देते हैं या तोड़ देते हैं। फिर शटर गिरा कर गैस कटर का यूज कर मशीन को काट रहे हैं। फिर पैसे के बॉक्स को आसानी से निकालकर कैश चुरा रहे हैं। चोर SBI के ही ATM को बना रहे निशाना DIG हरिकिशोर राय के मुताबिक, बिहार के अन्य जिलों में हुए ATM काटकर चोरी का मामला भी इसी तरह है। ऐसे ही बिहार के अलावा बंगाल, उड़ीसा और अन्य राज्यों में भी ATM काटकर चोरी हुई है। जब बेतिया में चोरी हुआ, उसके बाद राज्य में अन्य जिलों में हुए चोरी को हमने स्टडी किया। बंगाल में देश के अलग-अलग राज्यों में कर रहे चोरी जांच में जानकारी मिली कि बंगाल में भी इसी तरह की घटनाएं हो रही हैं। वहां हुए एटीएम चोरी मामले में कुछ चोर भी पकड़े गए थे। बेतिया पुलिस ने बिना देर किए उन पकड़े गए चोरों से पूछताछ किया। पूछताछ में कई जानकारी सामने आई है, जिसमें पता चला कि उनके जैसे 8-10 चोरों का गिरोह देश के अलग-अलग हिस्से में ऐसे वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पूछताछ में यह भी पता चला कि इसका कंट्रोल किसी एक ही आदमी के पास है, जो राजस्थान या हरियाणा का रहने वाला है। वह लड़कों को भर्ती करता है, उन्हें चोरी का ट्रेनिंग देता है। फिर गिरोह चोरी करने निकल जाते हैं। इसमें बिहार के भी कुछ स्थानीय युवक के शामिल होने की संभवना है, जो सारी इन्फॉर्मेशन देता है। चोरी के दौरान मोबाइल का यूज नहीं करते हैं। बिना सिक्योरिटी गार्ड वाले ATM टारगेट, 2-3 चोरी कर बदलते हैं राज्य यह चोर गिरोह ऐसे ATM को निशाना बनाते हैं, जहां गार्ड नहीं रहते हैं और शाम के समय में उस एटीएम में पैसे डाले जाते हैं। इसके लिए यह कई दिनों तक एटीएम की रेकी करते हैं। फिर मौका मिलते ही चोरी करते हैं। चोरी के दौरान गिरोह के कुछ चोर पुलिस के ऊपर नजर रखते हैं। इस दौरान कुछ चोर एटीएम को काटने और पैसे निकालने में जुटे रहते हैं। यह गिरोह किसी राज्य में दो से तीन चोरी करने के बाद दूसरे राज्य में घुस जाता है। बताया जा रहा है कि बिहार में हुए एटीएम काटकर पैसे चोरी की वारदात को भी इसी गिरोह ने अंजाम दिया है। गिरोह के सरगना और चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छापेमारी कर रही है। उन्हें पकड़ने के लिए बिहार के अन्य जिलों की पुलिस भी छापेमारी कर रही है। बिहार में चोरी करने वाले चोर अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। चोरों की गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे की वजहें पुलिस की जांच में गिरोह के चोरों की गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे कई वजहें सामने आई हैं। चोर अलग-अलग कार में अलग-अलग नंबर प्लेट का यूज कर चोरी कर रहे हैं। चोरी के तुरंत बाद कार को एक ट्रक के कंटेनर में डाल देते हैं। उसी कंटेनर में चोर भी छिप जाते हैं। फिर उस ट्रक से रातों-रात एक जिले से दूसरे जिले में भाग जाते हैं। इसी वजह से चोरों का किसी सीसीटीवी में भी सुराग नहीं मिल रहा है। फिर चोर एक राज्य से दूसरे राज्य में भी भाग जाते हैं। बेतिया की 8 अलग-अलग टीम उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस को कई सुराग भी मिले हैं। पुलिस का मानना है कि जल्दी ही इन चोरों को पकड़ लिया जाएगा। आखिरी SBI के एटीएम को ही क्यों बना रहे निशाना? SBI के एटीएम को ही निशाना बनाने को लेकर जांच टीम के एक अधिकारी ने हमें बताया कि, बिहार के अलावा देश के अलग-अलग इलाकों में हुए सभी ATM में चोरों ने सिर्फ SBI के एटीएम को ही निशाना बनाया है। हर एटीएम में सिक्योरिटी को लेकर अलार्म लगा रहा है। इलाके के सभी एटीएम को ATM स्विच सेंटर से मॉनिटर किया जाता है। एक भी वायर कटने और एटीएम में कोई भी छेड़छाड़ करने के तुरंत बाद मॉनिटर करने वाले के पास मैसेज जाता है और अलार्म बजता है। जांच अधिकारी का मानना है कि अगर ATM स्विच सेंटर पर मॉनिटर करने वाला कर्मचारी सतर्कता बरतता और एटीएम केबिन के अंदर की एक्टिविटी पर ध्यान देता तो चोरी नहीं होती। जांच में एटीएम के सिक्योरिटी को लेकर भी जांच की जा रही है। SBI बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि, बाकी बैंकों के मुकाबले SBI का एटीएम ज्यादा हैं। शहर के अलावा देहात इलाकों में भी SBI के एटीएम हैं। बैंक के तरफ से इसकी सेक्युरिटी का पूरा ध्यान दिया जाता है। कुछ एटीएम को बैंक खुद से मेंटेन करता है। उसमें पैसे डालने से लेकर सिक्योरिटी तक बैंक मॉनिटर करता है। हालांकि, कुछ एटीएम को आउट सोर्सिंग कंपनियां मेंटेन करती है। ATM के सिक्योरिटी का पूरा ध्यान रखा जाता है। उसके लिए केबिन में CCTV लगाए जाते हैं और गार्ड भी रखा जाता है। जब भी एटीएम में कोई भी छेड़छाड़ होती है तो तुरंत थाने को इन्फॉर्मेशन मिलती है। अलार्म बजने लगता है और एटीएम स्विच सेंटर में मॉनिटर करने वाले को भी तुरंत मैसेज मिलता है। मशीन विदेशों में बने होते हैं, उसे तोड़ना या खोलना संभव नहीं है। हालांकि, गैस कटर से यह कट जाता है। बैंक से बाहर लगे एटीएम का इश्योरेंस होता है।
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