हरिद्वार में हर की पैड़ी पर नहीं लग पा रही डुबकी, घुटने तक बचा है पानी

हरिद्वार में हर की पैड़ी पर नहीं लग पा रही डुबकी, घुटने तक बचा है पानी

उत्तराखंड के हरिद्वार में इन दिनों चल रही गंग नहर क्लोजिंग के दौरान हर की पैड़ी के ब्रह्मकुंड पर डुबकी लगाने लायक गंगाजल नहीं पहुंच पा रहा है, जिसके चलते दूर-दूर से पहुंच रहे श्रद्धालु हर की पैड़ी के सामने बहने वाली दूसरी धारा में स्नान और दूसरे धर्म कर्म के काम कर रहे हैं. वीआईपी घाट की ओर बहने वाली धारा में लोग अस्थि विसर्जन कर रहे हैं और इसी स्थान पर गंगा स्नान भी कर रहे हैं.

हरिद्वार पहुंचने वाले कई लोगों को गंग नहर क्लोजिंग की जानकारी न होने के चलते निराशा हाथ लग रही है. हालांकि, यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हर की पैड़ी पर गंगा स्नान के लिए पर्याप्त जल छोड़ जा रहा है. यूपी सिंचाई विभाग के एसडीओ भारत भूषण का कहना है कि हर की पैड़ी पर गंगा श्रद्धालुओं के स्नान के लिए और पूजा अर्चना के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी है.

19 अक्टूबर तक गंग नहर बंद

19 अक्टूबर तक गंग नहर बंद कर दी गई है हरिद्वार में हर की पैड़ी पर श्रद्धालु डुबकी नहीं लगा पा रहे हैं और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि सिर्फ घुटने तक पानी बचा है. इस तरह के हालात हर साल हर पैड़ी पर देखने को मिलते हैं. दशहरे से ही गंगा की मुख्यधारा को बंद कर दिया जाता है. इस बार भी दशहरे से 19 अक्टूबर तक गंग नहर को बंद कर दिया गया है. अब 19 से 20 अक्टूबर के बीच शुरू की जाएगी.

रेलवे लाइन एक बार फिर दिखाई दी

वहीं इस दौरान हर की पैड़ी के पास गंगा की रेत में अंग्रेजी हुकूमत के समय की बिछी हुई रेलवे लाइन एक बार फिर दिखाई देने लगी है. यह रेल ट्रैक सबसे पहले वर्ष 2024 में नजर आई थी. हरिद्वार रेलवे स्टेशन से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई हैं.जानकारों के मुताबिक साल 1850 के आसपास जब गंग नहर का निर्माण कार्य चल रहा था. तब इन पटरियों पर हाथ से चलने वाली गाड़ियों के जरिए निर्माण सामग्री ढोई जाती थी.

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/pMDTc5N