सोनभद्र में मोंथा तूफान का व्यापक असर देखा जा रहा है। पिछले चार दिनों से तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर हो रही बारिश ने धान की तैयार फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसान अपनी उपज को लेकर चिंतित हैं। बंगाल की खाड़ी से उठा यह तूफान सोमवार शाम से ही जिले में सक्रिय है। जिला मुख्यालय के अलावा बभनी, बीजपुर, म्योरपुर, दुद्धी, ओबरा, डाला और घोरावल जैसे विभिन्न इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश दर्ज की गई है। नगवां और चतरा ब्लॉक के किसानों ने बताया कि खेतों में पककर तैयार धान की फसल को भारी क्षति हुई है। कई क्षेत्रों में खड़ी धान की फसल जमीन पर गिर गई है। बभनी और चपकी जैसे इलाकों में जोरदार बारिश के कारण खेत पानी से भर गए हैं, जिससे काटकर रखी गई धान की फसल भी प्रभावित हुई है। जिन किसानों ने धान काटकर खलिहान में रखा था, उन्हें उसे तिरपाल से ढकना पड़ा। किसान राम प्रजापति ने बताया कि इस समय धान की फसल पककर तैयार है और बारिश से फसल गिरकर खराब हो जाएगी। पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने भी लगातार हो रही बरसात से किसानों की खराब हो रही फसलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी से फसलों की समीक्षा कराने तथा हुए नुकसान के सापेक्ष किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
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