DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

सुरक्षा का नया अध्याय: पहली बार भारत में हथियारों का डेटाबेस, NIA की चौकसी से थमेंगे अपराध और उग्रवाद

भारत में संगठित अपराध, आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, शुक्रवार को भारत में पहली बार हथियारों का डेटाबेस, ‘खोए, लूटे और बरामद हथियार’, लॉन्च किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय के अधीन भारत की केंद्रीय आतंकवाद विरोधी एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा तैयार किए गए इस डेटाबेस का शुभारंभ किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने शुक्रवार को राष्ट्रीय सशस्त्र बलों (एनआईए) द्वारा आयोजित दो दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम ‘आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2025’ के उद्घाटन सत्र के दौरान इस डेटाबेस का औपचारिक रूप से राष्ट्र को समर्पित किया। नए विकसित डेटाबेस में सरकारी स्वामित्व वाले उन हथियारों का विस्तृत रिकॉर्ड शामिल किया गया है जो राज्य पुलिस बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) से लूटे गए, चोरी हुए, गुम हुए या बरामद किए गए हैं। इसका उद्देश्य एक केंद्रीकृत भंडार बनाना है जिसे देश भर के सभी राज्य पुलिस बलों, अर्धसैनिक इकाइयों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा आसानी से उपयोग किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि “डेटाबेस में सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से प्राप्त जानकारी शामिल है।

इसे भी पढ़ें: Amit Shah ने पंचकूला में वाजपेयी की कांस्य प्रतिमा का उद्घाटन किया, दिल्ली में खुलेंगी अटल कैंटीन

ये प्रविष्टियाँ एनआईए द्वारा संचालित एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए डिजिटल इंटरफ़ेस पर अपलोड की जाती हैं, जिससे अधिकृत उपयोगकर्ताओं को निर्बाध पहुँच और वास्तविक समय में अपडेट सुनिश्चित होते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि इस डेटाबेस से पुलिस और जांच एजेंसियों को हथियारों के स्रोत, आवागमन और बरामदगी के पैटर्न का पता लगाने में मदद मिलेगी, जिससे आपराधिक और आतंकवाद से संबंधित जांचों की दक्षता में वृद्धि होगी। इस प्रकार के हथियारों से संबंधित डेटा को केंद्रीकृत करके, अधिकारी न केवल खोए हुए हथियारों की निगरानी और बरामदगी कर सकते हैं, बल्कि आतंकवाद और विद्रोह के खिलाफ निवारक तंत्र को भी मजबूत कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: 6 माओवादियों के खात्मे के पर बोले अमित शाह, नक्सलवाद से मुक्ति की दहलीज पर खड़ा है ओडिशा

‘खोए, लूटे गए और बरामद आग्नेयास्त्र’ डेटाबेस का शुभारंभ एनआईए और केंद्रीय गृह मंत्रालय की कानून प्रवर्तन उपकरणों के आधुनिकीकरण, राज्यों के बीच समन्वय में सुधार और खुफिया जानकारी जुटाने में प्रौद्योगिकी के उपयोग की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारियों का मानना ​​है कि यह डेटाबेस, संगठित आपराधिक नेटवर्क पर नज़र रखने के चल रहे प्रयासों के साथ मिलकर, एक सुरक्षित भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। 


https://ift.tt/rEoWu7h

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *