सुपौल के मरौना अंचल क्षेत्र के झिंगवा वार्ड संख्या-10 में गुरुवार देर रात लगी भीषण आग ने देखते ही देखते छह परिवारों के आशियानों को खाक कर दिया। अगलगी की इस दर्दनाक घटना में जहां आधा दर्जन से अधिक मवेशियों की झुलसकर मौत हो गई, वहीं चार बाइक, एक ट्रैक्टर समेत करीब 50 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति राख हो गई। आग इतनी तेजी से फैली कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने बाल्टी और मोटर की मदद से आग पर काबू पाया। कई घर जलकर राख बताया जाता है कि आग की शुरुआत सबसे पहले उमेश यादव के घर से हुई। अचानक उठी लपटों ने आसपास के घरों को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते शोभाकांत यादव, रमाकांत यादव, प्रमोद यादव (पिता मनमोहन यादव), शक्ति शरण यादव (पिता देव लाल यादव) और मनोज यादव के घर जलकर राख हो गए। आग की भीषणता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घरों में बंधे मवेशियों को छोड़ने तक का मौका नहीं मिल पाया और आधा दर्जन से अधिक चौपाया बुरी तरह झुलसकर मर गए। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग ग्रामीणों और अग्निपीड़ितों ने बताया कि आग लगने का कारण बिजली की शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। रात के समय अचानक हुई इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया। स्थानीय लोगों ने अपनी उपलब्ध साधनों से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन लपटें इतनी प्रचंड थीं कि सबकुछ पलभर में नष्ट हो गया। सूचना मिलते ही गनौरा पंचायत के मुखिया जितेंद्र कुमार, मरौना थानाध्यक्ष रेमन भास्कर सहित अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और अग्निपीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है और घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। मरौना सीओ ने कहा कि अग्निपीड़ित परिवारों को सरकार द्वारा निर्धारित सभी योजनाओं और मुआवजे का लाभ शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा।
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