सिंदुआरी नरसंहार मामले में 5 आरोपियों को आजीवन कारावास, भूमंत्र संगठन ने कहा- न्याय की हुई जीत

सिंदुआरी नरसंहार मामले में 5 आरोपियों को आजीवन कारावास, भूमंत्र संगठन ने कहा- न्याय की हुई जीत

गया के सिंदुआरी (कोंच) नरसंहार मामले में गया सेशन कोर्ट ने पांच अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा और 25,000 रुपए का जुर्माना लगाया है. यह मामला गया कोच थाना के अंतर्गत दर्ज था. छह अभियुक्तों में से पांच पर मंगलवार को फैसला सुनाया गया है, जबकि छठे अभियुक्त विमलेश यादव पर 17 अक्टूबर को फैसला आएगा. 9 अक्टूबर को अदालत ने सभी अभियुक्तों को दोषी करार दिया था. भूमंत्र संगठन ने कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक जीत करार दिया है.

जिन पांच अभियुक्तों पर सोमवार को फैसला आया, उनके नाम हैं- राकेश यादव, रामबलक यादव, राजकुमार वर्मा, अनिल यादव और संजय कुमार. बचे एक अभियुक्त विमलेश यादव पर 17 अक्टूबर को निर्णय सुनाया जाएगा.

भूमंत्र संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस निर्णय ने यह साबित कर दिया है कि न्यायपालिका पर जनता का विश्वास आज भी कायम है.

भूमंत्र संगठन ने फैसले को बताया ऐतिहासिक जीत

बयान में कहा गया है कि यह मुकदमा भूमंत्र लीगल सेल द्वारा बेहद सीमित संसाधनों में लड़ा गया, जबकि अभियुक्तों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था. इसके बावजूद सत्य और न्याय की जीत हुई.

भूमंत्र के संस्थापक ओम प्रकाश ने कहा कि बहुत संघर्ष के बाद हमलोग यह फैसला लेकर आए हैं. आपके समाज का कोई नेता और कोई बड़ा आदमी मदद को आगे नहीं आया. आर्थिक बाधाएं भी बहुत आईं, लेकिन हमलोग डटे रहे और यह साबित करने में सफल रहे कि समाज का एक संगठन अगर पवित्र मन से खड़ा हो तो सफलता सुनिश्चित है और भूमंत्र ने इसे सही साबित किया है.

उन्होंने कहा कि भूमंत्र कोई राजनीतिक संगठन नहीं है और न ही इसके संचालन करने वाले लोगों का कोई राजनीतिक स्वार्थ या लोभ है. हमारा एकमात्र उद्देश्य है- समाज को सशक्त बनाना और उसे सही दिशा देना. हम आज हैं, कल नहीं होंगे, लेकिन भूमंत्र रहेगा, नए लोग आएंगे और इसे आगे बढ़ाएंगे.

जानें फैसला पर क्या बोले ओम प्रकाश

ओम प्रकाश ने आगे कहा कि इस केस में जिन हत्यारों को सजा मिली है, उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था. इस घटना के 8-10 दिनों तक तमाम राजनीतिक दलों और समाज के नेताओं ने केवल औपचारिकता निभाई, लेकिन असली लड़ाई हमने सीमित संसाधनों में लड़ी. हम न्यायालय का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने अधिकतम सजा सुनाई. सिंदुआरी ग्राम के सभी ग्रामीणों का विशेष धन्यवाद, जिन्होंने डर और दबाव के बावजूद साहस दिखाते हुए गवाही दी.

उन्होंने साथ ही, पुलिस प्रशासन के उस अधिकारी का भी आभार जताया, जिन्होंने इस केस में सहयोग दिया. उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों का धन्यवाद जिन्होंने हम पर विश्वास जताया. यही विश्वास हमारी सबसे बड़ी ताकत है. भूमंत्र की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि न्याय की यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. संगठन को उम्मीद है कि हत्यारे अब हाईकोर्ट में अपील करेंगे और भूमंत्र लीगल सेल वहां भी पूरी निष्ठा और परिश्रम के साथ इस लड़ाई को जारी रखेगा.

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