हरियाणा की साइको किलर पूनम का शिकार हुई 6 साल की बच्ची विधि का आखिरी वीडियो सामने आया है। यह वीडियो उनके घर में हुए माता के जागरण का है, जिसमें विधि माता का रूप धारण करके बैठी है। लोग बच्ची के पांव छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं। विधि के परिजनों का कहना है कि उसी दिन पूनम उसे मारना चाहती थी। वह जागरण में बैठने की बजाय लगातार अंदर-बाहर आ-जा रही थी। उसके चेहरे पर बेचैनी के भाव थे। वह कई बार उस कमरे में गई, जिसमें 3 बच्चे सो रहे थे। विधि भी वहीं थी। मगर बच्चों के साथ नानी भी सो रही थी, इस वजह से पूनम के मनसूबे पूरे नहीं हो सके। फिर 1 दिसंबर को शादी के दिन पूनम को मौका मिला और उसने विधि को पानी के टब में डुबोकर मार डाला। विधि के पिता संदीप के मुताबिक, बेटा होने की खुशी में उन्होंने करीब एक माह पहले घर पर माता का जागरण रखा था। उसी रात पूनम भी पहुंची थी, लेकिन उसका व्यवहार बेहद संदिग्ध था। वह न तो माता के दरबार में बैठी, न ही किसी महिला से बातचीत की। परिवार उस समय खुशी में डूबा था और किसी ने ध्यान नहीं दिया कि पूनम बच्चों के कमरे के चक्कर क्यों लगा रही है। अब घटनाओं की कड़ियां मिल रही हैं कि उसी रात उसने विधि और अन्य बच्चों को निशाना बनाने की प्लानिंग कर ली थी। खुशी का माहौल था, पर पूनम तलाश रही थी मौका
2 फरवरी 2025 को संदीप के घर बेटे यानी विधि के छोटे भाई का जन्म हुआ था। उसी खुशी में सोनीपत के रामनगर में संदीप के घर जागरण हुआ। गली में किए गए इस कार्यक्रम में रिश्तेदार और पड़ोसी आए हुए थे। कमरे में नानी के साथ संदीप का बेटा, पूनम का बेटा और अन्य रिश्तेदारों के बच्चे सो रहे थे। भीतर ही भीतर पूनम बच्चों को अकेले में पाकर वारदात को अंजाम देना चाहती थी, लेकिन घर में नानी होने और लगातार आवाजाही के कारण उसे मौका नहीं मिल पाया। विधि का आखिरी ‘माता रूप’, हमेशा के लिए तस्वीर बन गई
जगराते में जब कोई लड़की माता का रूप धारण करने के लिए नहीं मिली, तो विधि को सिंगार कर माता बनाया गया। उसका वह वीडियो सामने आया है। वीडियो में विधि कुर्सी पर बैठी मुस्कुरा रही है। श्रद्धालु उसके चरण छूकर आशीर्वाद ले रहे थे। मां राखी उसके पास खड़ी थी। सभी के आशीर्वाद के बाद दादा पालसिंह ने भी अपनी पोती के चरण लेकर माता स्वरूप आशीर्वाद लिया था। परिवार को यह नहीं पता था कि यह आखिरी बार होगा जब वे अपनी बेटी को इतनी मुस्कुराहट के साथ देख रहे हैं। यह वीडियो अब परिवार के लिए सबसे दर्दनाक याद बन गया है। पत्थर दिल प्लानिंग, जर्सी से पकड़कर पानी में डुबोई गई मासूम
1 दिसंबर को पूनम ने वारदात का तरीका भी बहुत सोच-समझकर अपनाया। उसने चूड़ियां पहले ही उतार दी थीं। फिंगरप्रिंट न आएं, इसलिए हाथ से न पकड़कर विधि की जर्सी से उसकी गर्दन पकड़ी। फिर उसे पानी के टब में डुबोकर मार डाला। वह विधि को ऊपर पानी का टब हटवाने के बहाने ले गई थी। विधि को यह नहीं पता था कि चाची उसे मौत की ओर धकेलने ले जा रही है। आखिरी पल-कुरकुरे खाते हुए मौत के मुंह में चली गई
विधि के पिता संदीप ने बताया कि जब भी पानी का टब हटवाने में मदद करने के लिए पूनम उसकी बेटी विधि को ऊपर लेकर गई थी। तब विधि कुरकुरे खा रही थी। विधि की हत्या कर पूनम दरवाजा बंद करके वह नीचे आ गई थी। बाद में विधि का शव मिला था तो पानी के टब में कुरकुरे भी मिले थे। विधि की हत्या के बाद पहली कॉल भी पूनम ने ही की थी
विधि की हत्या के बाद भी पूनम ने अनजान होने का नाटक किया था। यही नहीं उसने बारात में गए पति नवीन को फोन करके कहा कि विधि गायब है। बाद में जब पानी के डब में विधि की लाश मिली तो उसके दादा पाल सिंह को पूनम पर शक हुआ। उन्हें पूनम पर शक इसलिए हुआ क्योंकि बाकी सदस्य शादी रस्में में बिजी थी, घर के उस हिस्से में पूनम ही थी। इसके बाद दादा ने पुलिस को सूचना दी। जब पूनम से भी पूछा गया तो वह अपने बयान बदलती रही। इसकी वजह से उस पर शक की सूई घूमती गई। बाद में पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद पूनम ने सब कबूल कर लिया। बार-बार बचती रही, हर बार बनाती रही मासूम चेहरा
विधि की हत्या से पहले भी पूनम 3 बच्चों को मार चुकी थी। हर बार वह अनजान बनती, ढूंढने का नाटक करती और मासूम चेहरा बनाकर परिवार का भरोसा जीत लेती। परिवार के लोग बताते हैं कि परिवार में सबसे साथ संस्कारी बहू होने का नाटक करती थी और हर बार वारदात करके बच जाती थी। सिवाह गांव का राज-जहां पहले भी मासूम बनी थी शिकार
अगस्त 2025 में अपने मायके सिवाह गांव में पूनम अपने चचेरे भाई की 6 साल की बेटी जिया की हत्या कर चुकी थी। परिवार शिकायत करना चाहता था, लेकिन पूनम की मां ने दबाव बनाया कि “अगर शिकायत करोगे तो पूनम सुसाइड कर लेगी और सब फंस जाएंगे।” परिवार डर गया और मामला दफन हो गया। दादी का भी गला दबाने की कोशिश की थी
सिवाह गांव में लोग बताते हैं कि पढ़ाई के दौरान पूनम ने अपनी दादी का गला दबाकर मारने की कोशिश की थी। उसका स्वभाव बचपन से शक वाला, असामान्य और हिंसक था। परिजन यह भी बताते हैं कि वह और उसकी मां किसी तांत्रिक के पास जाया करती थीं, जिससे उसके दिमाग पर और नकारात्मक असर पड़ा हो सकता है। सिलसिलेवार पढ़ें…चार बच्चों की हत्या की खौफनाक कहानी
https://ift.tt/xuZ6dqF
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply