सहरसा में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को गति देने के लिए 25 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक नाइट ब्लड सर्वे (NBS) का आयोजन किया जाएगा। यह विशेष सर्वेक्षण जिले के सभी प्रखंडों के चिह्नित गांवों में होगा। जिला स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर यह अभियान प्रखंड विकास पदाधिकारियों (BDO), चिकित्सा पदाधिकारी प्रभारियों (MOIC) और स्वास्थ्यकर्मियों की निगरानी में संपन्न होगा। सिविल सर्जन रमन कुमार झा ने इस संबंध में जानकारी दी। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया (हाथी पांव) के परजीवी रात के समय अधिक सक्रिय रहते हैं, इसलिए इसकी पहचान के लिए रक्त के नमूने रात में लिए जाते हैं। इसी कारण जिलेभर में रात 8:30 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक निर्धारित स्थानों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को सर्वेक्षण में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगी और उन्हें जांच टीम तक लाएंगी, जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मी रक्त के नमूने एकत्र कर फाइलेरिया परजीवी की जांच करेंगे। बीडीएस टीम को तैनात किया गया यह नाइट ब्लड सर्वे सहरसा के सभी प्रखंडों में 25 नवंबर से 4 दिसंबर की अवधि के भीतर अपनी-अपनी पंचायतों में पूरा किया जाएगा। सर्वेक्षण को सुचारु और प्रभावी बनाने के लिए प्रत्येक प्रखंड में एएनएम, आशा, सीएचओ, पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि, लैब टेक्नीशियन और भी बीडीएस टीम को तैनात किया गया है। निर्धारित समय पर रक्त जांच कराने की अपील की स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से इस जनस्वास्थ्य कार्यक्रम में सकारात्मक सहयोग करने और निर्धारित समय पर रक्त जांच कराने की अपील की है। विभाग के अनुसार, समय पर जांच से संक्रमण की सटीक पहचान संभव हो सकेगी, जिससे जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी। यह नाइट ब्लड सर्वे पूरी तरह जनहित में संचालित किया जा रहा है, जिससे फाइलेरिया जैसे गंभीर रोग के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण की उम्मीद है।
https://ift.tt/LoFvUM5
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply