‘मैंने और काजल ने बहुत सोच-समझकर शादी का फैसला लिया। हमें पता था कि लोग सवाल उठाएंगे, परिवार नाराज होगा, लेकिन फिर भी हम रुके नहीं। मंदिर में गैस चूल्हे के चारों ओर फेरे लेते समय डर नहीं था, बस एक भरोसा था कि अब हम साथ हैं। अब हम कभी एक-दूसरे का हाथ नहीं छोड़ेंगे। मैं जानती हूं कि काजल बच्चा पैदा नहीं कर सकती, लेकिन हमें बच्चों की जरूरत नहीं हम खुश हैं।’
ये कहना है एक लड़की से शादी करने वाली पूजा का। सुपौल के त्रिवेणीगंज मेला ग्राउंड स्थित मंदिर में 21 वर्षीय पूजा और 18 वर्षीय काजल ने शादी की। इंस्टाग्राम से शुरू हुई दोस्ती प्यार में बदली। परिवार की असहमति के बावजूद दोनों ने सात फेरे ले लिए। हालांकि शादी के बाद जब मामला सुर्खियों में आया तो उन्होंने मुहल्ला छोड़ दिया है। शादी के बाद मुहल्ला छोड़ने से पहले दोनों ने दैनिक भास्कर रिपोर्टर से क्या बात की? उस मुहल्ले के लोग क्या कहते हैं, वे जिस मकान में रहती थीं, उसके मकान मालिक क्या कहते हैं। पढ़िए रिपोर्ट…। सबसे पहले शादी की 4 तस्वीरें देखिए… अब सवाल-जवाब में पढ़िए दोनों की प्रेम कहानी… रिपोर्टर: आप दोनों की पहली बातचीत कब और कैसे हुई?
पूजा: करीब दो साल पहले इंस्टाग्राम पर। एक पोस्ट पर रिप्लाई से बात शुरू हुई, फिर रोज चैट होने लगी। रिपोर्टर: क्या शुरुआत में यह सिर्फ दोस्ती थी?
काजल: हां, पहले दोस्ती थी। धीरे-धीरे भरोसा बढ़ा और वही प्यार में बदल गया। रिपोर्टर: पहली बार आमने-सामने कब मिलीं?
पूजा: कुछ महीने बाद ही। हम एक ही मॉल में काम करते थे, वहीं मुलाकात हुई। रिपोर्टर: कब लगा कि आप दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकतीं?
काजल: जब दिनभर बात न हो तो बेचैनी होने लगी, तब समझ आया कि हम दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं। रिपोर्टर: साथ रहने का फैसला कैसे लिया?
पूजा: बहुत सोच-समझकर। फिर किराए के कमरे में साथ रहने लगे और करीब दो महीने से साथ रह रहे हैं। रिपोर्टर: परिवार को अपने रिश्ते के बारे में बताया था?
काजल: हां, लेकिन परिवार ने इसे स्वीकार नहीं किया। हम दोनों के परिवार वालों ने स्वीकार नहीं किया। रिपोर्टर: परिवार की नाराजगी के बाद क्या आप डरीं?
पूजा: डर लगा, लेकिन हमने एक-दूसरे को छोड़ने का नहीं सोचा। तय कर लिया कि अब हमें कोई अलग नहीं कर पाएगा। रिपोर्टर: शादी करने का फैसला कब लिया?
काजल: जब लगा कि रिश्ते को नाम देना जरूरी है। ऐसे तो लोग हमें अलग करने की कोशिश करते रहेंगे, इसलिए हमने अपने रिश्ते को नाम दे दिया। रिपोर्टर: मंदिर में ही शादी क्यों की?
पूजा: हमें लगा मंदिर में फैसला सच्चा और पवित्र रहेगा। यहां हमने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए हैं। रिपोर्टर: गैस चूल्हे के फेरे लेने का आइडिया कैसे आया?
काजल: वहां वही उपलब्ध था। हमारे लिए भावना ज्यादा अहम थी, रस्म नहीं। इसलिए गैस चूल्हे पर ही फेरे ले लिए। रिपोर्टर: उस वक्त आपके मन में क्या चल रहा था?
पूजा: डर नहीं था, बस यह भरोसा था कि अब हम साथ हैं। हमें कोई अलग नहीं कर पाएगा। रिपोर्टर: शादी के वीडियो वायरल होने पर क्या महसूस हुआ?
काजल: हैरानी भी हुई और घबराहट भी, लेकिन किसी प्रकार का पछतावा नहीं है। रिपोर्टर: क्या मुहल्ले में दबाव या विरोध बढ़ा?
पूजा: हां, बातें बनने लगीं हैं, पता नहीं यहां कितने दिन रह पाएंगे। रिपोर्टर: आपने बच्चों के बारे में क्या सोचा है?
काजल: मैं जानती हूं कि काजल बच्चा पैदा नहीं कर सकती। हमें बच्चे की कोई चाह भी नहीं है? हम दोनों साथ हैं बस इतना ही काफी है। रिपोर्टर: समाज को क्या संदेश देना चाहेंगी?
पूजा: बस इतना कि हर इंसान को अपनी जिंदगी जीने का हक होना चाहिए। शादी के बाद उन लड़कियों ने मुहल्ला छोड़ा
लड़कियों की शादी के बाद भास्कर टीम जब उस मुहल्ले में पहुंची तो वहां हालात बिल्कुल बदले हुए दिखे। उन दोनों लड़कियों ने मुहल्ला छोड़ दिए हैं। बातचीत करने पर पता चला कि मकान मालिक ने उनसे कमरा खाली करवा दिया है। वहां उन लड़कियों के बारे में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सब बचते हुए नजर आ रहे हैं। लड़कियां अब कहां गई हैं, नौकरी करने जा रही हैं या नहीं ये किसी को नहीं पता। मुहल्ले के कुछ लोगों से जब भास्कर ने बात की तो उन्होंने कहा कि लड़कियों के शादी करने के कारण यहां की बदनामी हो रही थी। इसी कारण मकान मालिक ने कमरा खाली करवा दिया है।
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