समस्तीपुर में धान खरीद का सरकारी दर 2369 रुपए है, बावजूद किसानों से धान सरकारी दर पर नहीं खरीदे जा रहे। किसान औने-पौने दाम में धान बेच रहे हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके विरोध में किसान सभा के बैनर तले सोमवार को किसानों ने कलेक्ट्रेट के सामने दो दिवसीय धरना दिया। किसानों ने मांग की कि खाद की कालाबाजारी पर रोक लगे। साथ ही पैक्स के माध्यम से किसानों से सरकारी दर पर धान की खरीद हो। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार राज्य किसान सभा के जिला अध्यक्ष मनोज प्रसाद सुनील ने की। किसान बोले- अधिकारियों की रवैये से पूरे जिले के किसान परेशान हैं इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उपेंद्र राय , मनोज कुमार, अवधेश मिश्रा , प्रेमचंद सिंह , रामाश्रय महतो , दिनेश प्रसाद, रघुनाथ राय, रमाकांत यादव, अवधेश राय, श्याम सिंह, राम नारायण भगत आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि पूरे जिले में किसान अधिकारियों की रवैया से परेशान हैं। कम बारिश के बावजूद लोगों ने किसी तरह से धान की खेती की। अब जब धान कट गया है तो समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा। सरकार की ओर से पैक्सों के माध्यम से धान खरीद का 2369 रुपए क्विंटल सरकारी दर निर्धारित किया है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोगों से धान की खरीद नहीं हो रही। जिस कारण किसान औने पौने दाम में धान बेचने को मजबूर हैं। वहीं, खाद की कालाबाजारी ने किसानों को और परेशान कर दिया है। वक्ताओं ने कहा कि अगर समय रहते किसानों को वाजिद मूल्य पर ग्रामीण इलाकों में पैक्स के माध्यम से और प्रखंडों में व्यापार मंडल के माध्यम से धान की खरीद हो। खाद और कीटनाशक की कालाबाजारी पर रोक लगे। न हीं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। यह दो दिवसीय धरना का रूप और भी बदल सकता है।
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