सदर अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड्स को 6 महीने से सैलरी नहीं मिली। नाराज होकर उन्होंने शुक्रवार को हड़ताल कर दिया। हड़ताल के कारण सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई और मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। किसी तरह की सुरक्षा या सहयोग नहीं मिलने से अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। सदर अस्पताल में कार्यरत कुल 35 सुरक्षा गार्डों की मॉनिटरिंग ईएचआरसी कंपनी की ओर से की जाती है। इनमें 13 पूर्व सैनिक और 22 सिविल गार्ड शामिल हैं। पिछले 6 महीनों से किसी भी गार्ड को वेतन नहीं मिला है। इस दौरान कई बार गार्डों ने हड़ताल की चेतावनी भी दी, जिसके बाद उन्हें आंशिक वेतन देकर मामले को शांत कराया गया। छठ पर्व के दौरान भी गार्डों ने हड़ताल का मन बनाया था, लेकिन एजेंसी की ओर से मात्र 5 हजार रुपए एडवांस देकर जल्द भुगतान का आश्वासन दिया गया था। तब गार्ड काम पर लौट गए थे। अब सैलरी नहीं मिलने पर हड़ताल कर दिया। 2017 से तैनात हैं गार्ड सदर अस्पताल में 2017 से तैनात सुरक्षा गार्डों की बहाली का उद्देश्य अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना था, ताकि चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को निर्भीक वातावरण मिल सके। शुरुआत में यह व्यवस्था सुचारू रूप से चली, लेकिन 8 साल बीत जाने के बाद भी सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन भुगतान नहीं हो पाया। लगातार वेतन में देरी से गार्डों में असंतोष बढ़ता गया। जल्द ही किया जाएगा भुगतान अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने एजेंसी संचालक को तलब किया। एजेंसी की ओर से प्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे और उपाधीक्षक से मुलाकात कर 7 दिन में 3 माह का बकाया वेतन भुगतान करने का आश्वासन दिया। उपाधीक्षक डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि गार्डों के वेतन भुगतान को लेकर एजेंसी से बात की गई है। अस्पताल को 15 लाख रुपए प्राप्त हुए हैं, जिससे जल्द ही आंशिक भुगतान कराया जाएगा। शेष राशि अगले एलॉटमेंट आने पर दी जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद सुरक्षा गार्डों ने हड़ताल समाप्त कर ड्यूटी ज्वाइन कर ली। हालांकि गार्डों ने साफ कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर तीन माह का बकाया वेतन नहीं मिला, तो वे फिर से हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।
https://ift.tt/oHrXmO5
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply