देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के भागीरथपुरा में दूषित पानी पीने से 5 लोगों की मौत हो गई है। इनके नाम नंदलाल पाल (75), उर्मिला यादव (69), उमा कोरी (31), मंजुला पति दिगंबर (74) और सीमा प्रजापत बताए गए हैं। 35 से ज्यादा बीमार लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। हालांकि, जिला प्रशासन ने 3 लोगों की मौत की ही पुष्टि की है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मृतकों में नंदलाल, उर्मिला और तारा कोरी शामिल हैं। इन तीनों की मौत डायरिया से होना बताया गया है। मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देर रात जोनल अधिकारी शालिग्राम शितोले और प्रभारी असिस्टेंट इंजीनियर (पीएचई) योगेश जोशी को निलंबित कर दिया है। प्रभारी डिप्टी इंजीनियर (पीएचई) शुभम श्रीवास्तव की सेवा समाप्त कर दी गई है। तीन सदस्यों की जांच समिति बनाई गई है। इसके अध्यक्ष आईएएस नवजीवन पंवार होंगे। समिति में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर प्रदीप निगम और मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शैलेश राय को भी शामिल किया गया है। सीएम ने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा भी की है। शौचालय के नीचे मेन लाइन में लीकेज मिला
भागीरथपुरा में चौकी से लगे शौचालय के नीचे मेन लाइन में लीकेज भी सामने आया है। आशंका है कि इस लीकेज से ही दूषित पानी, पेयजल की पाइपलाइन में मिला होगा। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को इलाके का दौरा किया। अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल भी जाना। विजयवर्गीय ने कहा- भागीरथपुरा से पानी के 70 से ज्यादा सैंपल लिए हैं। सभी मरीजों का इलाज सरकार के खर्च पर होगा। जिन लोगों ने इलाज के लिए पहले से पैसे जमा किए हैं, उन्हें रिफंड कराया जाएगा। वहीं, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा- घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इलाके में 50 टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है। हेल्पलाइन नंबर 7440440511 जारी किया गया है। परिजन बोले- दूषित पानी पीने से बीमार हुए थे
भागीरथपुरा निवासी नंदलाल पाल ने मंगलवार सुबह वर्मा नर्सिंग होम में दम तोड़ा। उनको 28 दिसंबर को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट को बताया। कहा- मेडिकल हिस्ट्री में सामने आया है कि नंदलाल को ब्लड प्रेशर की समस्या थी और वे नियमित दवा नहीं लेते थे। कार्डियक अरेस्ट की आशंका इसी वजह से बनी। लेकिन परिजन का दावा है कि दूषित पानी पीने के बाद ही उनकी हालत बिगड़ी। उधर, जान गंवाने वाली महिलाओं के परिजन का कहना है कि पानी पीने के बाद अचानक तबीयत खराब हुई, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। 4 महीने पहले टेंडर हुआ था, अब आनन-फानन में जारी किया
भागीरथपुरा में पानी की नई पाइप लाइन के लिए अगस्त 2025 में टेंडर जारी हुआ था, लेकिन इसे अब तक नहीं खोला गया था। करीब 2.40 करोड़ रुपए की लागत से नई पाइप लाइन डाली जानी थी। दस्तावेजों में गंदे और दूषित पानी की शिकायतों का उल्लेख भी था। इसके बावजूद अफसरों ने प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई। अब मौतों के बाद आनन-फानन में टेंडर खोला गया है। मेडिकल दुकानों पर खत्म हो गईं दवाइयां
इलाके में मेडिकल शॉप संचालकों के मुताबिक, उल्टी-दस्त और बुखार की दवाइयां जितनी सालभर में नहीं बिकतीं, उतनी चार दिन ही में बिक गईं। स्टॉक खत्म होने के बाद फिर से दवाइयां मंगानी पड़ी हैं। देखिए, तस्वीरें… खबर के मिनट-टु-मिनट अपडेट के लिए नीचे दिए गए लाइव ब्लॉग से जरूर गुजर जाइए…
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