चंदन चौहान |खगड़िया चौथम प्रखंड के रोहियार पंचायत में शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती तस्वीर सामने आई है। बंगलिया गांव में चार प्राथमिक विद्यालय तो हैं, लेकिन एक भी मध्य विद्यालय नहीं। नतीजा हर साल 300 से ज्यादा बच्चे प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद कोसी नदी पार कर 6-8 किलोमीटर दूर बलकुंडा मध्य विद्यालय पढ़ने जाते हैं। जान जोखिम में डालकर छोटी नाव से नदी पार करना किसी जंग से कम नहीं है। खासकर बाढ़ के मौसम में नदी पार करने में हादसे का खतरा मंडराता रहता है। फिर भी इन बच्चों में पढ़ने की जिद ऐसी कि जोखिमों को झेलते प्रतिदिन स्कूल जाते हैं। हालांकि स्थिति ऐसी है कि बंगलिया (मां कात्यायनी स्थान) से बलकुंडा तक का सफर आसान नहीं है। न तो कोई पुल है और न ही कोई सड़क। बच्चे कहते हैं कि पांचवीं तक की पढ़ाई के बाद हमारे गांव में आगे की पढ़ाई की सुविधा नहीं है। प्राथमिक स्कूलों में पर्याप्त भवन व जमीन हैं, बन सकता मिडिल स्कूल ग्रामीण रविश कुमार और वार्ड सदस्य प्रतिनिधि नकुल सिंह बताया कात्यायनी स्थान और आदर्श नगर प्राथमिक विद्यालय में पर्याप्त भवन व जमीन है। खेल का मैदान भी उपलब्ध है। मुख्य जगह पर स्थित है। फिर भी विभाग सोया पड़ा है। हर साल 300 से ज्यादा बच्चे मिडिल स्कूल की शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। अगर नहीं सुना गया तो सीएम और शिक्षा मंत्री से गुहार लगाएंगे।
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