सिटी रिपोर्टर|बोधगया बिहार राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में संचालित मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को दिए जाने वाले अंडे की निर्धारित दर को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) के महासचिव नागेंद्र सिंह ने इस गंभीर समस्या की ओर मुख्यमंत्री बिहार सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है। शिक्षक संघ का कहना है कि वर्तमान समय में बाजार में उबले अंडे की कीमत 10 से 12 रुपये प्रति अंडा है, जबकि विद्यालयों में बच्चों को अनिवार्य रूप से उबालकर ही अंडा देने का प्रावधान है। इसके बावजूद सरकार द्वारा निर्धारित दर बाजार मूल्य से काफी कम है, जिससे विद्यालय स्तर पर योजना का सुचारु संचालन करना दिन-प्रतिदिन कठिन होता जा रहा है। संघ के अनुसार, इस स्थिति में कई विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और प्रबंधन को अपनी जेब से अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ रही है, या फिर गुणवत्तापूर्ण ढंग से बच्चों को अंडा उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही है। इससे न केवल विद्यालय प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा है, बल्कि मध्याह्न भोजन योजना के मूल उद्देश्य बच्चों को संतुलित और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही अंडे की दर को वर्तमान बाजार मूल्य के अनुरूप संशोधित नहीं किया गया, तो आने वाले समय में मध्याह्न भोजन योजना बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। यह समस्या राज्य के लगभग सभी प्राथमिक विद्यालयों से जुड़ी हुई बताई जा रही है। इधर, संघ के प्रमंडलीय संयोजक डॉ. विनोद कुमार ने सभी पत्रकार बंधुओं से अपील की है कि इस जायज और जनहित से जुड़ी मांग को सरकार तक पहुंचाने में सहयोग करें, ताकि बच्चों के पोषण स्तर और विद्यालयों के सुचारु संचालन को सुनिश्चित किया जा सके।
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