शाहजहांपुर में पुलिस के डर से ट्रांसपोर्ट मैनेजर ने नदी में छलांग लगाकर जान दे दी। परिजनों ने नदी से उसका शव बाहर निकाला। उन्होंने पुलिस पर युवक को नदी में धक्का देने का आरोप लगाया। कहा– पुलिस जुआ पकड़ने के लिए दबिश देने गई थी। उनका भाई जुए के स्थान से काफी दूर खड़ा था। पुलिस ने पीछा किया तो डर के कारण वह भागा। 4 पुलिसकर्मियों ने उसे नदी में धक्का दे दिया। कहा- इसे डूबने दो, फिर वहां से भाग गए गुस्साए परिजनों ने शव को एसयूवी में रखा और पूर्व मंत्री के आवास के पास जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर सीओ और 3 थानों की पुलिस मौके पहुंची। हालात को संभाला। परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। एक घंटे बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मामला चौक कोतवाली क्षेत्र के बग्गूघाट का है। देखिए 2 तस्वीरें… फोन आने पर खाना छोड़कर उठा कोविद मोहल्ला बाबूजई का रहने वाला कोविद तिवारी (27) ट्रांसपोर्ट में मैनेजर था। बुधवार दोपहर 2 बजे उसे गांव के नासिर नाम के लड़के का फोन आया। वह खाना छोड़कर बग्गूघाट पर पहुंच गया। वहां कुछ दूर पर जुआ हो रहा था। भाई शोभित का आरोप है कि वहां अचानक पुलिस पहुंच गई। पुलिसवालों ने पहले जुआ खेलने वालों से रुपए छीने और फिर उसने कोविद को पकड़ने की कोशिश की। पकड़े जाने के डर कोविद भागा। चौकी के 4 पुलिसकर्मियों ने भाई को धक्का दिया आरोप है बेरी चौकी पर तैनात 4 पुलिसकर्मियों ने कोविद को नदी में धक्का दे दिया। कहने लगे, उसको डूबने दो। इसके बाद वहां से भाग गए। किसी ने भाई को बचाने की कोशिश नहीं की। हमने अपने खर्चे पर गोताखोरों को बुलाया। एक घंटे बाद शव को निकाला गया। कोविद ने एक साल पहले ही जुआं छोड़ दिया था। नासिर, मेरे भाई कोविद से 20 हजार रुपए उधार मांग रहा था, इसीलिए उसे बुलाया था। पूर्व मंत्री कृष्ण राज के आवास के पास लगाया जाम परिजन कोविद का शव लेकर पहले राजकीय मेडिकल कालेज गए। वहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद परिजन शव को फॉरच्यूनर गाड़ी में रखकर जा रहे थे, तभी उन्होंने केरूगंज चौराहा से कुछ दूर पर पूर्व मंत्री कृष्ण राज के आवास के पास कार को रोड पर खड़ी कर जाम लगा दिया। एक घंटे बाद पुलिस ने खुलवाया जाम सूचना मिलते ही सीओ सिटी पंकज पंत, सिटी मजिस्ट्रेट और तीन थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। परिजनों की मांग थी कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए। पिता ने कहा- अब उस जगह पर जुआ न खेला जाए, जहां मेरे बेटे की मौत हुई। पुलिस ने परिजनों को समझाकर करीब एक घंटे बाद जाम खुलवा दिया। भाई की शादी की तैयारी कर रहे थे भाई शोभित ने बताया– कोविद की शादी के लिए दो दिन पहले लड़की देखने गए थे। उसकी शादी के लिए सोच रहे थे। भाई की शादी के लिए बायोडाटा तैयार कर रहे थे, लेकिन पुलिस वालों ने मेरे भाई को मार डाला। हमारे परिवार में कोविद के अलावा मैं, भाई नरेंद्र तिवारी और रोहित तिवारी, पिता सुरेश चंद्र तिवारी और मां सरस्वती देवी हैं। परिजनों की शिकायत पर दर्ज होगी एफआईआर सीओ सिटी पंकज पंत ने बताया– एक युवक की नदी में डूबने से मौत हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जाम खुलवा दिया गया है। परिजनों की तरफ से जो तहरीर दी जाएगी। उसके आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। जो भी दोषी होंगे उनको बख्शा नहीं जाएगा। ————————- ये खबर भी पढ़िए… आजम जेल से बाहर, क्यों भड़के रामपुर के नवाब
‘आजम खान उस कैदी की तरह हैं, जो जेल से बाहर आया है लेकिन कभी भी जेल जा सकता है। रामपुर के नवाब हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां दावे से कहते हैं कि आज भी रामपुर की पहचान नवाबों से होती है, आगे भी होती रहेगी। पढ़ें पूरी खबर
https://ift.tt/caHbXm4
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply