पुलिस ने संभल हिंसा के मुख्य आरोपी शारिक साठा की जब्त संपत्ति और तीन बीघा सरकारी भूमि पर सीओ असमोली व एटीएस कार्यालय बनाने के लिए प्रशासन से पत्राचार किया है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है। शारिक साठा की यह संपत्ति संभल-हसनपुर मार्ग पर थाना नखासा क्षेत्र की हिंदूपुरा खेड़ा पुलिस चौकी के पास 200 गज में फैली है। इसकी अनुमानित कीमत 2.31 करोड़ रुपये है। अवैध कमाई से अर्जित होने के कारण जिला प्रशासन ने इस संपत्ति को जब्त किया था। पुलिस ने जिला प्रशासन से इस जब्त जमीन को सीओ कार्यालय के लिए आवंटित करने का आग्रह किया है। पहले 3 तस्वीरें देखिए… एटीएस कार्यालय के लिए तीन बीघा सरकारी भूमि से कब्रिस्तान हटाए जाने के बाद निर्माण का प्रस्ताव है। यह भूमि भी सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने की योजना का हिस्सा है। शारिक साठा का नाम 24 नवंबर को हुए शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर सर्वे के दौरान हुए बवाल के मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया था। इस हिंसा में विदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया गया था, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस संबंध में चार हत्या के मामले दर्ज किए गए थे। पांचवें मृतक के परिजनों ने बिना किसी कार्रवाई के शव को दफना दिया था। एसआईटी की जांच में शारिक साठा के गुर्गे मुल्ला अफरोज, गुलाम और वारिस की भूमिका पाई गई। इन तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। 24 नवंबर 2024 को शारिक साठा ने विदेश में बैठकर अपने गुर्गों गुलाम, वारिस और मुल्ला अफरोज से विदेशी हथियारों से पुलिस पर फायरिंग करवाई थी। तीनों मुरादाबाद जेल में बंद हैं। मुल्ला अफरोज के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की गई है। गुलाम और वारिस के खिलाफ भी एनएसए के तहत कार्रवाई प्रस्तावित है। इन दोनों आरोपियों ने अभी तक जमानत के लिए प्रार्थना पत्र नहीं दिया है।
https://ift.tt/gkSqMnt
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply