भास्कर न्यूज | पतरघट आस्था,श्रद्धा और समर्पण के महापर्व छठ पूजा शुरू हो चुकी है, लेकिन अब तक किसी भी छठ घाट की साफ-सफाई का कार्य प्रशासनिक स्तर पर नहीं किया गया है। प्रशासन के इस उदासीन रवैये से नाराज छठ व्रतियों के परिजनों ने शनिवार को जेसीबी मशीन व कुदाल लेकर स्वयं घाटों की सफाई और निर्माण कार्य में जुट गए। ग्रामीणों ने बताया कि कपसिया शीतलपट्टी मुख्य नदी स्थित छठ घाट, विशनपुर,बथनाहा, पिपरा ,गोलमा सहित अन्य जगहों पर पोखरों और जलाशयों में भारी मात्रा में जलकुंभी और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। अब तक किसी अधिकारी ने घाटों का निरीक्षण तक नहीं किया है। हर साल की तरह इस वर्ष भी अंचल प्रशासन की लापरवाही से लोगों को खुद अपने स्तर पर घाटों की तैयारी करनी पड़ रही है। लोगों ने बताया कि विशनपुर नदी घाट और कपसिया शीतलपट्टी मुख्य नदी घाट सबसे भीड़भाड़ वाले और खतरनाक घाटों में गिने जाते हैं। नदी में बालू माफियाओं के अवैध खनन से घाटों की स्थिति भयावह बनी हुई है। ऐसे में बांस-बल्ला से बैरिकेडिंग और पुलिस बलों की तैनाती अति आवश्यक है, ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व कपसिया बस्ती के दो युवक तथा कहरा मौनी बाबा पोखर पर एक छात्रा की डूबने से दर्दनाक मौत हो चुकी है। इस कारण श्रद्धालु विशेष सावधानी बरत रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल छठ घाटों की सफाई, रोशनी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित कर सकें।
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