रेल यात्रियों की सुरक्षा, राजस्व संरक्षण और टिकटिंग व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोनपुर रेल मंडल द्वारा टेम्पर्ड (संशोधित) और फेक (नकली) टिकटों की रोकथाम के लिए एक विशेष जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान पूरे मंडल में व्यापक स्तर पर टिकटों की जांच की गई, लेकिन राहत की बात यह रही कि जांच में एक भी नकली या टेम्पर्ड टिकट बरामद नहीं हुआ। रेल प्रशासन के अनुसार, यह अभियान मंडल के सभी प्रमुख और संवेदनशील स्टेशनों पर एक साथ चलाया गया, ताकि किसी भी स्तर पर फर्जीवाड़े की संभावना को समाप्त किया जा सके। पूरे मंडल में समन्वित जांच इस विशेष अभियान के तहत सोनपुर रेल मंडल के बड़े स्टेशनों पर तैनात स्क्वॉड, स्टेटिक टिकट जांच टीमें और सेक्शन-बेस्ड चेकिंग यूनिट्स ने आपसी समन्वय के साथ सघन जांच अभियान चलाया। अभियान के दौरान स्टेशनों के प्लेटफॉर्म, प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर क्षेत्र और ट्रेनों के भीतर यात्रियों के टिकटों की गहन जांच की गई। 1160 टिकटों की जांच, सभी पाए गए वैध अभियान के दौरान कुल 1160 टिकटों की जांच की गई। जांच में कोई भी टिकट टेम्पर्ड नहीं पाया गया, न ही कोई फर्जी टिकट सामने आया। इसके अलावा, रिफंड और रीइंबर्समेंट के लिए प्रस्तुत किए गए सभी टिकटों की भी बारीकी से जांच की गई, जो पूरी तरह वास्तविक और वैध पाए गए। रेल अधिकारियों के अनुसार, यह परिणाम यात्रियों में बढ़ती जागरूकता और टिकटिंग प्रणाली पर भरोसे को दर्शाता है। यात्रियों में जागरूकता बढ़ने का संकेत सोनपुर रेल मंडल के वाणिज्य विभाग का मानना है कि इस अभियान के सकारात्मक परिणाम यह दर्शाते हैं कि अब यात्री अधिकृत माध्यमों से टिकट खरीदने लगे हैं। नकली या अवैध टिकटों के प्रति सतर्क हो गए हैं और रेलवे की डिजिटल टिकटिंग व्यवस्था पर भरोसा कर रहे हैं। रेल अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों द्वारा सही टिकट का उपयोग न केवल उन्हें कानूनी परेशानियों से बचाता है, बल्कि रेलवे के राजस्व संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाता है। टिकटिंग व्यवस्था को सुरक्षित रखने पर जोर मंडल के वाणिज्य विभाग ने स्पष्ट किया कि टिकटिंग व्यवस्था को सुरक्षित, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से नियमित अंतराल पर ऐसे विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत प्रमुख स्टेशनों, लंबी दूरी की ट्रेनों और भीड़भाड़ वाले रूटों पर नियमित और गहन टिकट जांच की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को समय रहते रोका जा सके। अभियान का मुख्य उद्देश्य रेल प्रशासन के अनुसार, इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल जांच तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके पीछे कई अहम लक्ष्य थे, जैसे नकली और संशोधित टिकटों की पहचान, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी, टिकट दलालों और अवैध नेटवर्क पर अंकुश, यात्रियों को वैध टिकटिंग के प्रति जागरूक करना। रेलवे का मानना है कि इस तरह के अभियानों से न केवल अनियमितताओं पर रोक लगती है, बल्कि यात्रियों में भी भरोसा कायम होता है। यात्रियों से रेल प्रशासन की अपील सोनपुर रेल मंडल प्रशासन ने यात्रियों से स्पष्ट अपील की है कि वे अपनी यात्रा के लिए केवल अधिकृत माध्यमों से ही टिकट खरीदें। इनमें रेलवे के अधिकृत टिकट काउंटर, यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप और आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल ऐए शामिल हैं। रेल प्रशासन ने कहा कि अनधिकृत स्रोतों से टिकट खरीदने पर यात्रियों को आर्थिक नुकसान, यात्रा में बाधा और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। डिजिटल टिकटिंग को बढ़ावा रेलवे अधिकारियों ने यह भी बताया कि डिजिटल टिकटिंग प्लेटफॉर्म जैसे यूटीएस और आईआरसीटीसी यात्रियों को न केवल सुविधा प्रदान करते हैं, बल्कि टिकटों की प्रामाणिकता भी सुनिश्चित करते हैं। इससे नकली टिकटों की संभावना लगभग समाप्त हो जाती है। भविष्य में भी जारी रहेंगे अभियान सोनपुर रेल मंडल ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में भी ऐसे विशेष और अचानक टिकट जांच अभियान जारी रहेंगे। इसका उद्देश्य रेलवे व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाना और यात्रियों को सुरक्षित एवं सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करना है। रेल प्रशासन का मानना है कि यात्रियों के सहयोग और जागरूकता से ही फर्जी टिकटों की समस्या को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है।
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