भास्कर न्यूज | सीतामढ़ी स्कूल पहुंच से बाहर के छह से 14 आयु वर्ग तथा 15 से 19 आयु वर्ग के बच्चों की पहचान के लिए गृहवार सर्वेक्षण किया जाएगा। विभाग द्वारा दिए गये गाइडलाइन के आलोक में जिले में सर्वेक्षण की रणनीति बनाई गई है। बच्चों की मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार स्कूल पहंच से दूर रहने वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें शिक्षा के मुख्यधारा में लाया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन नीति में स्कूल से बाहर के बच्चों को चिह्नित करने के लिए गृहवार सर्वेक्षण की महत्व पर जोर दिया गया है। प्रभारी एसएसए डीपीओ आयुष कुमार ने सभी बीईओ, हेडमास्टरों को विभागीय आदेश से अवगत कराते हुए गृहवार सर्वेक्षण नीति की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि सर्वेक्षण का उद्देश्य स्कूल से बाहर के छह से 14 आयु वर्ग के बच्चों की पहचान कर उन्हें उम्र सापेक्ष कक्षा में नामांकन कराना है तथा उन्हें उपचारात्मक शिक्षा प्रदान करना है। साथ ही 15 से 19 आयु वर्ग के वैसे बच्चों को भी चिह्नित करना है जो कतिपय कारणों से 10वीं व 12वीं की शिक्षा पूरी नहीं कर सके है। वैसे बच्चों को आवश्यकता के अनुसार दुरस्थ शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। स्कूल से बाहर के बच्चों की पहचान के लिए राज्य स्तर से एक सर्वेक्षण प्रपत्र विकसित किया गया है। सर्वेक्षण के लिए निर्धारित प्रपत्र में स्कूल से बाहर के बच्चों की पहचान करने के लिए आंकड़ों को एकत्रित करने का निर्णय लिया गया है तथा एकत्रित आंकड़ों की प्रविष्टि प्रबंध पोर्टल पर किया जाएगा। डीपीओ ने बीईओ को सर्वेक्षण के लिए मार्गदर्शिका उपलब्ध कराते हुए इसके आलोक में निर्धारित समय सीमा के अनुसार सर्वेक्षण की गतिविधियों का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। स्कूल से बाहर के बच्चों का सर्वेक्षण को लेकर स्कूलों में 26 से 28 नवंबर तक हेल्प डेस्क का गठन किया जाएगा।
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