पंजाब के लुधियाना में आतंकियों के साथ हुए एनकाउंटर के बाद पुलिस ने बिहार से एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। लुधियाना पुलिस ने बिहार पुलिस के साथ मिलकर आरा से हर्ष ओझा के घर छापेमारी की। पुलिस उसे पकड़कर पंजाब ले आई है। पाकिस्तानी हैंडलर के कहे अनुसार हर्ष को ही ग्रेनेड फेंकना था। जांच में सामने आया है कि हर्ष बचपन से ही गैंगस्टर बनने का शौक रखता है। कुछ दिन स्कूल जाने के बाद वहां से भी भाग गया। इसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और दिल्ली में एक बार साइबर सेल के हत्थे भी चढ़ा, वहां पुलिस ने तिहाड़ में उसे बाल सुधार गृह में भेजा। इसके बाद वो वहां से फरार हो गया। वहीं, हर्ष परिवार के लोगों का कहना है कि मां-बाप की मौत के बाद वो कभी गांव में रहने लगता तो कभी दिल्ली चला जाता था। स्कूल छोड़ने के बाद उसने अपराध करना शुरू किया तो उसे परिवार से बेदखल कर दिया। हर्ष की बहन ने इसी साल 12वीं की परीक्षा में जिला टॉप किया था। उसके चाचा ने कैमरे के सामने बात करने से इनकार करते हुए कहा कि हमें उससे डर लगता है। अगर कैमरे के सामने बोलने लगे तो हमें भी जेल से बाहर आकर मार देगा। माता-पिता के निधन के बाद दहशत की राह चुनी
हर्ष के माता-पिता का निधन हो चुका है। उसके पिता एथलीट रहे हैं। बहन ने इसी साल इंटर की परीक्षा में जिला टॉप किया था। वहीं हर्ष के बारे में परिवार ने बताया कि वह बचपन से ही गैंगस्टर बनना चाहता था। पढ़ाई-लिखाई में भी उसका मन नहीं लगता था। गांव के ही एक पारिवारिक सदस्य ने कैमरे पर न आने की शर्त पर कहा कि वह बचपन से दिमाग से थोड़ा सनकी है। एश-ओ-आराम की जिंदगी का शौकीन था। मां-पिता के निधन के बाद से वो गलत रास्ते पर चल पड़ा। पुलिस की जांच में हर्ष की उम्र 19 साल सामने आई है, हांलाकि परिवार का कहना है कि अभी भी वह नाबालिग है। सिलसिलेवार पढ़िए हर्ष की जुर्म की दुनिया में घुसने की कहानी… पुलिस ने सोते हुए को पकड़ा
परिवार के लोगों ने बताया कि बुधवार की रात वो घर में सोया हुआ था, तभी लोकल पुलिस के साथ लुधियाना पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस के आने की खबर भतीजे को लग गई और वो भागने लगा, लेकिन पुलिस ने एनकाउंटर का डर दिखाकर उसे रोक लिया। पाकिस्तान हैंडलर के संपर्क में था
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के मुताबिक, टेरर मॉड्यूल केस में पहले फिरोजपुर के शमशेर को ग्रेनेड फेंकना था। उसने उस जगह की रेकी भी कर ली थी, लेकिन इसके वह ग्रेनेड फेंकने से मुकर गया। इसके बाद पाकिस्तानी हैंडलर ने भोजपुर के हर्ष को इस काम के लिए चुना। हर्ष को पाकिस्तानी हैंडलर से मिलवाने वाला राहुल है। राहुल, हर्ष का पुराना साथी है। वह इस समय लखनऊ जेल में बंद है। राहुल और हर्ष की फेसबुक और वॉट्सऐप पर बातचीत होती थी। राहुल ने ही पाकिस्तानी जसबीर चौधरी के साथ नाबालिग को फेसबुक-वॉट्सऐप के जरिए मिलवाया था।
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