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‘लालू यादव की संपत्ति जब्त कर स्कूल खोले जाएंगे’:सम्राट बोले- वो रजिस्टर्ड अपराधी हैं; 5 साल से पटना में घर बनवा रहा लालू परिवार

बिहार के डिप्टी CM और गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अब लालू की संपत्ति सीज की जाएगी और उसमें बच्चों के लिए स्कूल खोले जाएंगे। सम्राट चौधरी ने लालू को रजिस्टर्ड अपराधी बताते हुए बात कही। एक निजी चैनेल से बातचीत करते हुए सम्राट चौधरी ने यह बातें कहीं। सम्राट ने 950 करोड़ के चारा घोटाले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि CBI और ED ने लालू की प्रॉपर्टीज को अटैच किया था। जिसमें एक बिल्डिंग भी है जो संजय गांधी जैविक उद्यान के पास है। जो सालों से बंद है। उस बिल्डिंग में 20 साल से ताला लगा हुआ है, जिसे आज तक नहीं खोला गया है। अब उसी बिल्डिंग में सरकारी स्कूल खोला जाएगा। इससे पहले पूरे भवन की रंगाई पुताई का काम होगा। अगर इस बिल्डिंग में बच्चों के लिए स्कूल खुला तो लालू यादव को भी अच्छा लगेगा और बिहार की जनता को भी अच्छा लगेगा। सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि जिन अपराधियों ने पैसा और प्रॉपर्टी अर्जित की है तो उसे सीज करके स्कूल जरूर उसमें खोलेंगे। लालू यादव की संपत्ति को भी सरकार जब्त करेगी और बच्चों के लिए सरकारी स्कूल स्कूल खोलेगी। राबड़ी आवास खाली करने के नोटिस के बाद इस बंगले में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहा था लालू परिवार लालू परिवार राबड़ी आवास खाली करने के मूड में नहीं है। सरकार ने पिछले दिनों उनको हार्डिंग रोड-39 नंबर बंगला अलॉट किया है। 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास में लालू-राबड़ी दो दशक से रह रहे हैं और अपने सुख-दुख बिताए हैं। यहां राजनीतिक तूफान उठे और थमे। इस आवास से लालू यादव ने कई फैसले भी लिए, जो पार्टी और संगठन को काफी मजबूत किया। अब चर्चा है कि अगर राबड़ी आवास घर खाली करना पड़ा तो लालू प्रसाद नए आवंटित सरकारी आवास में जाएंगे या नहीं। राजद के सीनियर नेता के मुताबिक, लालू परिवार का नया ठिकाना उनका महुआबाग स्थित आवास होगा। RJD नेता बोले- अब अपने घर जाना ही सही फैसला RJD के वरिष्ठ नेता और लालू परिवार के करीबी अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भास्कर को बताया था कि, राबड़ी देवी अब किसी भी नए सरकारी आवास में जाने के मूड में नहीं हैं। अगर राबड़ी देवी को ये आवास खाली करना पड़ा, तो वे किसी और सरकारी मकान में नहीं जाएंगी। सीधे अपने महुआबाग में बन रहे निजी घर में शिफ्ट होंगी। अब जानिए राबड़ी देवी के महुआबाग वाले घर के बारे में राबड़ी देवी का नया निजी आवास दानापुर के महुआबाग इलाके में बन रहा है। यह आवास लगभग बनकर तैयार हो चुका है। इंटीरियर का काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि यह घर किसी बंगले से कम नहीं, बल्कि एक भव्य हवेली जैसा तैयार किया जा रहा है। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी खुद रोज समय-समय पर निर्माण स्थल का निरीक्षण करने पहुंचते हैं। सुरक्षा को ध्यान में रहते हुए बिल्डिंग के चारों ओर 10 से 15 फीट ऊंची मजबूत बाउंड्री है। आसपास कई अपार्टमेंट और इमारतें मौजूद हैं, लेकिन इस हवेली की चमक और आर्किटेक्चर सबका ध्यान खींच लेता है। कार्यकर्ता के लिए भी इस घर में पर्याप्त जगह रखा गया है। जहां वो आकर रुक सकते और अपने नेता से मिल सकते हैं। 8 बड़े बेडरूम, पूजा रूम के साथ आलीशान बन रहा घर जानकारी के अनुसार, पूरा परिसर खुला, सुरक्षित और आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस आवास में 8 बड़े बेडरूम, विशाल ड्रॉइंग हॉल, गेस्ट रूम, पूजा रूम, फैमिली लाउंज और अलग स्टाफ क्वार्टर बनाए गए हैं। इमारत के चारों ओर बड़ा ग्रीन जोन और खूबसूरत बगीचा विकसित किया जा रहा है। साथ ही मल्टी-व्हीकल पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। क्या कोर्ट का सहारा लेगा लालू परिवार लालू परिवार इस मामले को हल्के में नहीं ले रहा है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, जैसे ही भवन निर्माण विभाग ने आवास बदलने की प्रक्रिया शुरू की, राबड़ी देवी ने तुरंत लीगल सलाह लेना शुरू कर दिया है। परिवार यह समझना चाहता है कि नोटिस के खिलाफ कौन-सा रास्ता सबसे मजबूत होगा। संभावना है कि आवास खाली करने के आदेश पर लालू परिवार अदालत का रुख कर सकता है। साथ ही भवन निर्माण विभाग से ज्यादा समय यानी मोहलत मांगने की तैयारी भी चल रही है। लालू ने कहा- नीतीश कुमार को नहीं करेंगे फोन सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही राबड़ी आवास खाली करने की सूचना लालू प्रसाद यादव तक पहुंची, उनके करीबियों ने सुझाव दिया कि वे सीएम नीतीश कुमार से सीधे बात करें। लेकिन लालू ने इस सलाह को तुरंत खारिज कर दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा- हम बात नहीं करेंगे। जब उनको शर्म नहीं बची, तो हम क्यों फोन करें? 20 साल बाद लालू फैमिली को आवास खाली करने का नोटिस 20 साल बाद 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास को खाली करने का आदेश आया है। बिहार भवन निर्माण विभाग की ओर से जारी नोटिस में उनको हार्डिंग रोड में दूसरा आवास अलॉट किया गया है। मंगलवार को जारी नोटिस में कहा गया कि यह आवास अब विधान परिषद के लिए आवश्यक है। इसके साथ ही विभाग ने लालू परिवार को नया सरकारी आवास- संख्या 39, हार्डिंग रोड आवंटित कर दिया है। वहीं, कुछ दिन पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा था कि, किसी हालत में राबड़ी आवास खाली नहीं करेंगे। ये लालू परिवार को अपमानित करने की साजिश है। 20 साल से नीतीश कुमार सीएम हैं। उन्होंने ऐसा फैसला क्यों नहीं लिया। लालू जेल गए तो राबड़ी को CM बनाया था, तभी से राबड़ी आवास 23 जून, 1997 को लालू समेत 55 लोगों के खिलाफ CBI ने चारा घोटाला मामले में चार्जशीट दाखिल की। उनके खिलाफ 63 केस दर्ज किए गए। लालू समझ गए थे कि गिरफ्तारी तय है। 25 जुलाई 1997 की शाम उन्होंने इस्तीफे का ऐलान किया और पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनवाया। एक बार लालू से वंशवाद पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था, ‘मैं राजनीति में शक्ति अर्जित करने के लिए आया हूं और मैं उसे सिर्फ इसलिए नहीं त्याग दूंगा, क्योंकि किसी ने मेरे ऊपर आरोप लगाए हैं। अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर मैंने क्या गलती कर दी? क्या मैं अपनी सत्ता अपने राजनीतिक विरोधियों के हाथों में सौंप देता?’ पत्नी को CM बनाने के बाद 30 जुलाई, 1997 को लालू यादव ने चारा घोटाला मामले में सरेंडर किया और दिसंबर 1997 तक जेल में रहे। हालांकि लालू यादव RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहे। इसके बाद से राबड़ी देवी को 2005 में 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास अलॉट किया गया था। 2005 में भी लालू परिवार को मिला था नोटिस 24 नवंबर 2005 को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने तो सत्ता से बेदखल राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास 1 अणे मार्ग खाली करना था। राबड़ी देवी के लिए 10, सर्कुलर रोड आवास आवंटित किया गया था। उन्हें मुख्यमंत्री आवास खाली करने के लिए एक नोटिस मिल चुका था, लेकिन उन्होंने तय समय में CM हाउस खाली नहीं किया। तब बिहार भवन निर्माण विभाग ने राबड़ी देवी को एक बहुत ही सख्त नोटिस भेजा। इसमें लिखा था-आपको 7 दिनों के अंदर 1 अणे मार्ग आवास खाली करना होगा, अन्यथा जबरन बेदखल किया जाएगा। आपको चेतावनी दी जाती है कि अगर आप निर्धारित समय सीमा में मकान खाली नहीं करते हैं तो जबरन बेदखल किया जा सकता है। इस नोटिस के बाद राबड़ी देवी और लालू यादव की चिंता बढ़ गई थी। नोटिस की भाषा पर भड़क गए थे लालू राजद से जुड़े लोग बताते हैं कि उस वक्त लालू यादव और राबड़ी देवी दो कारणों से 1 अणे मार्ग आवास खाली करने में देरी कर रहे थे। उनका मानना था कि चूंकि अभी समय अच्छा नहीं (खरमास) चल रहा है। इसलिए 14 जनवरी के बाद नए आवंटित भवन में जाना ठीक रहेगा। दूसरा कारण ये था कि राबड़ी देवी को आवंटित 10, सर्कुलर रोड आवास में अभी मरम्मत का काम चल रहा था। नोटिस में जिस तरह के शब्दों (चेतावनी, जबरन बेदखल) का प्रयोग किया गया था, उससे लालू यादव बेहद नाराज हो गए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार सत्ता में आते ही बदले की भावना से काम कर रहे हैं।


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