भास्कर न्यूज |दरौंदा छठ पूजा को लेकर दरौंदा में उत्साह देखा जा रहा है। घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों को जेसीबी मशीन लगाकर समतल किया गया है। ज्योतिर्विद आचार्य जीतेंद्र नाथ पांडेय के अनुसार, कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि रविवार की रात 2:16 बजे से प्रारंभ होकर सोमवार की रात 3:35 बजे तक रहेगी। इस दिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र और सुकर्मा योग रहेगा, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना गया है। सूर्यदेव इस समय तुला राशि में संचरण करेंगे।पंडित पांडेय ने बताया कि सोमवार को सूर्यास्त शाम 5:40 बजे और मंगलवार की सुबह सूर्योदय 6:29 बजे होगा। इसी के अनुरूप व्रती आज डूबते सूर्य को और कल उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे। आयोजन समिति की ओर से घाटों पर रौशनी की बेहतर व्यवस्था की गई है। इससे शाम और भोर में अर्घ्य के समय श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने क्षेत्र के सभी प्रमुख घाटों का निरीक्षण किया और सुरक्षा तथा स्वच्छता की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रशासन की ओर से विशेष निगरानी व्यवस्था भी की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। भास्कर न्यूज | सीवान लोक आस्था का महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन रविवार को खरना के साथ व्रतियों का 36 घंटे तक निर्जला व्रत शुरू हो गया। पहला अर्घ्य सोमवार को अस्त होते सूरज को दिया जाएगा। इसके लिए घाट पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। खरना को ले शहर के जलाशय, तालाब, दाहा नदी घाट सहित अन्य घाटों पर व्रतियों की भीड़ रही। घर की साफ-सफाई करने के बाद छठ व्रतियों ने स्नान आदि दिनचर्या पूरी कर खरना के लिए मिट्टी के चूल्हे पर रोटी-रसियाव का व्यंजन बनाया। व्यंजन बनाकर छठी मईया की अराधना करते हुए उसका सेवन किया।परिवार के लोगों ने भी प्रसाद के रूप में रोटी-रसियाव का सेवन किया। व्रतियों ने छठी मईया के पौराणिक गीत भी गुनगुनाया। जिससे माहौल काफी भक्तिमय बना रहा।वहीं श्रद्धालुओं ने खरना का प्रसाद व्रतियों के घर जाकर ग्रहण किया। सोमवार को व्रती पवित्र जलाशयों में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। वहीं मंगलवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व का समापन होगा। छठ को लेकर जिले के शहर व गांव का वातावरण भक्तिमय हो गया है। चहुंओर छठ पूजा की धूम मची हुई है। बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों सभी में छठ को लेकर उत्साह चरम पर है। लोगों ने छठ पूजा को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है। व्रतियों के साथ-साथ उनके परिजन भी घर की साफ-सफाई व अन्य व्यवस्था में जुटे रहे। लोक आस्था का महा पर्व छठ के महाप्रसाद ठेकुआ व खरना प्रसाद के लिए गेहूं पिसाने के लिए आटा चक्की दुकानों पर दिनभर लाइन लगी रही। अहले सुबह से लोग आटा चक्की दुकानों पर पहुंचने शुरू हो गए थे। आटा चक्की दुकान के राजू कुमार ने बताया आज के दिन सामान्य गेहूं की पिसाई नहीं होती है। केवल पूजा के लिए ही गेहूं की पिसाई की जाती है। इसके लिए रात में ही चक्की को धो पोछ लिया जाता है। पिसाई के एवज में जो श्रद्धालु दे देते हैं रख लेते है। पिसाई के दौरान स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाता है। व्रती नेहा ने बताया कि छठ पूजा में फल फूल के साथ गेहूं आटा से महाप्रसाद ठेकुआ बनाकर भगवान भास्कर को अर्पित किया जाता है। छठ के लिए खटालो, गौ पलको व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर दूध के लिए अहले सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटने शुरू हो गई थी। व्रती महिलाओं ने बताया कि छठ का महापर्व खरना से ही शुरू हो जाता है। खरना में दूध की आवश्यकता होती है। बाजार में सुधा दुकानों पर दूध की विशेष मांग रही। हालांकि अन्य वर्षों के अपेक्षा इस वर्ष दूध की भारी डिमांड होने के बावजूद किल्लत नहीं थी। हालांकि, कुछ लोग पहले से ही दूध की बुकिंग करा रखा था।
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