कैमूर के भभुआ रोड स्टेशन के पास 74 लाख रुपए की लागत से निर्मित रैन बसेरा में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। नगर विकास विभाग द्वारा तैयार किए गए इस आश्रय स्थल में कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रैन बसेरा को आम जरूरतमंदों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन इसकी खिड़कियों में शीशे नहीं लगे हैं। इससे ठंडी हवा सीधे अंदर आती है, जिससे यहां ठहरने वाले लोग रातभर ठिठुरने को मजबूर हैं। भवन में बाथरूम की टोटियां भी अधूरी तीन मंजिला इस भवन में बाथरूम की टोटियां भी अधूरी हैं। इसके अतिरिक्त, शौचालयों की सफाई पर नगर पंचायत का ध्यान नहीं है। इन असुविधाओं के कारण कई लोग यहां रुकने के बजाय वापस लौट जाते हैं। रसोईघर भी अभी तक चालू नहीं हो पाया है। ठंड से बचाव के बिना इस भवन में रात गुजारना मुश्किल हालांकि, ठहरने के लिए चौकी, बिस्तर, रजाई और मच्छरदानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके बावजूद, स्थानीय लोगों का कहना है कि उचित सुरक्षा और ठंड से बचाव के बिना इस भवन में रात गुजारना मुश्किल है। 74 लाख की लागत से यह आश्रय स्थल बनाया गया इस संबंध में, कार्यपालक पदाधिकारी सुधांशु कुमार ने बताया कि 74 लाख की लागत से यह आश्रय स्थल बनाया गया है और लोग इसका उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि खिड़कियों से ठंडी हवा आने की समस्या मौजूद है। उनके अनुसार, इसके समाधान के लिए फंड की मांग की गई है, और फंड मिलते ही खिड़कियों को दुरुस्त करा दिया जाएगा। स्थानीय निवासियों का मत है कि जब तक सभी आवश्यक सुविधाएं पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो जातीं, तब तक यह रैन बसेरा जरूरतमंदों के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक आश्रय स्थल नहीं बन पाएगा।
https://ift.tt/GbrmMI8
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply