जहानाबाद जिले के रतनी फरीदपुर प्रखंड में बिहार बीज निगम द्वारा अनुदानित दर पर वितरित गेहूं के बीज अंकुरित नहीं हुए हैं। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। किसानों का आरोप है कि प्रखंड कार्यालय से प्राप्त बीज की बुआई के कई सप्ताह बाद भी खेतों में गेहूं नहीं उगा। रतनी प्रखंड के झुनाठी गांव निवासी कुंदन शर्मा ने लगभग 15 एकड़ भूमि में गेहूं की बुआई की थी। इसी गांव के कृष्णनंदन शर्मा ने 14 एकड़ में बीज बोया था। इसके अतिरिक्त, विजय शर्मा, सुधीर शर्मा, गौरव कुमार, चंद पासवान, आरती देवी (झुनाठी खुर्द) और कुंदन बिंद सहित कई अन्य किसानों ने भी करीब दो-दो एकड़ में गेहूं की बुआई की थी। इन सभी किसानों के खेतों में फसल नहीं उग सकी। किसानों का कहना है कि उन्होंने खेत की तैयारी, सिंचाई और अन्य आवश्यक कृषि कार्य समय पर पूरे किए थे। इसके बावजूद बीज से पौधे नहीं उगे। इस स्थिति के कारण किसानों को दोबारा निजी दुकानों से बीज खरीदकर बुआई करनी पड़ी, जिससे उनकी लागत में काफी वृद्धि हुई है। पीड़ित किसानों ने आशंका व्यक्त की है कि वितरित किए गए बीज की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं थी। उन्होंने कृषि विभाग से पूरे मामले की जांच करने, दोषी बीज आपूर्तिकर्ताओं पर कार्रवाई करने और हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है। इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी (Block Agriculture Officer – BAO) हारून रशीद ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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