सिटी रिपोर्ट | समस्तीपुर सदर अस्पताल स्थित एएनएम स्कूल में मंगलवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों की एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम पर दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। यह प्रशिक्षण राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के वित्तीय दिशा-निर्देश 2025-26 के तहत आयोजित किया गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विशाल कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य उन टीकाकर्मियों को विशेष रूप से दक्ष बनाना है जिन्हें यू-विन पोर्टल पर डेटा संधारण में कठिनाई होती है। इसके साथ ही नियमित टीकाकरण से जुड़े सभी तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में आरसीएच रजिस्टर, टैली शीट, एचएमआईएस फॉर्मेट, कवरेज मॉनिटरिंग चार्ट, टीका-रोधक बीमारियों का परिचय, टीकाकरण सारणी, माइक्रोप्लानिंग, कोल्ड चैन प्रबंधन, सुरक्षित इंजेक्शन प्रथाएं और एईएफआई रिपोर्टिंग जैसे विषय शामिल हैं। साथ ही टीकाकरण सत्र स्थलों के सही आयोजन और इम्यूनाइजेशन वेस्ट के सुरक्षित निस्तारण पर भी चर्चा की जा रही है। डॉ. विशाल कुमार ने कहा कि टीकाकरण बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने का सबसे प्रभावी तरीका है। नियमित टीकाकरण नहीं कराने वाले बच्चों में बीमारियों का खतरा अधिक रहता है, जिससे वे कमजोर और कुपोषित हो सकते हैं। खसरा, पोलियो, टिटनस, गलघोंटू, काली खांसी, क्षय रोग और हेपेटाइटिस-बी जैसी बीमारियों से बचाव के लिए समय पर टीका लगना आवश्यक है। गर्भवती महिलाओं को भी कुछ टीके लगाकर मां और शिशु दोनों को गंभीर संक्रमणों से बचाया जा सकता है।
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