गयाजी के हेल्हा थाना क्षेत्र के एक मंदिर में कार्यरत कर्मचारी को बिना सूचना हटा दिया गया। 4 महीने पहले ये कार्रवाई हुई थी। दलित युवक नीरज चौधरी का आरोप है कि मंदिर ट्रस्ट के कुथ सदस्यों ने मुझे दीवान पद से निकाला है। आरोप है कि न तो कारण बताया गया और न ही कोई लिखित जानकारी दी गई। पीड़ित का कहना है कि नौकरी से हटाने के दौरान उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। जातिसूचक गाली-गलौज और जान मारने की धमकी तक दी गई। पीड़ित नीरज चौधरी ने इस मामले में थाने में केस दर्ज कराया है। साथ ही महादलित आयोग से भी शिकायत की है। उसके समर्थकों का कहना है कि मामले को कई बार बैठकर सुलझाने की कोशिश की गई, लेकिन अब तक न तो पक्षकारों के बीच समझौता हुआ और न ही पुलिसिया कार्रवाई आगे बढ़ी। प्राथमिकी दर्ज हुए 4 महीने बीत गए हैं। इसी मसले के मद्देनजर महादलित आयोग हरकत में आया। आयोग के प्रदेश अध्यक्ष ट्रस्ट मंदिर पहुंचे आयोग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार ऋषि, सदस्य अजीत कुमार चौधरी और सदस्य मुकेश डेल्हा स्थित ट्रस्ट मंदिर पहुंचे। आयोग ने पीड़ित नीरज चौधरी से पूरी घटना की जानकारी ली। दूसरी तरफ ट्रस्टी और मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की गई। आयोग के समक्ष कई ट्रस्टी और मंदिर कर्मियों ने हटाए गए कर्मचारी नीरज के काम की सराहना की। कहा कि नीरज बीते कुछ वर्षों से मंदिर में सेवा देता रहा है। इस मौके पर कई सदस्यों ने आयोग से मांग की कि नीरज को वापस नौकरी पर रखा जाए और उसकी सैलरी बढ़ाई जाए। फिलहाल मामला जांच में है।
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