लखीसराय के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अशोकधाम में 3 से 11 जनवरी 2026 तक भव्य रामकथा का आयोजन किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त रामकथा वाचक संत मोरारी बापू पहली बार लखीसराय पधारेंगे। उनके आगमन की सूचना से श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। यह धार्मिक अनुष्ठान शुभकरण त्रिवेणी फाउंडेशन, कोलकाता के तत्वावधान में और श्री इंद्रदमनेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट, लखीसराय के विशेष सहयोग से संपन्न होगा। वर्षों से जिले के श्रद्धालु संत मोरारी बापू की रामकथा सुनने की कामना कर रहे थे, जो अब पूरी होने जा रही है। 15 बीघे भूमि पर हो रहा विशाल पंडाल का निर्माण आयोजन की तैयारियां बड़े पैमाने पर शुरू कर दी गई हैं। अशोकधाम मंदिर परिसर के समीप लगभग 15 बीघे भूमि पर एक विशाल पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इस पंडाल में हजारों श्रद्धालु एक साथ बैठकर रामकथा का श्रवण कर सकेंगे, जिसके लिए मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। प्रवेश, बैठने, पेयजल, स्वच्छता और आपातकालीन सेवाओं के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। 1 बीघे भूमि पर हरियाली से घिरे बगीचे के बीच बनाई सुंदर कुटिया संत मोरारी बापू के ठहराव के लिए अशोकधाम के पास लगभग एक बीघे भूमि पर हरियाली से घिरे बगीचे के बीच एक सुंदर कुटिया बनाई जा रही है। इस कुटिया में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, ताकि संत को शांत और आध्यात्मिक वातावरण मिल सके। निर्माण कार्य तेजी से जारी है और इसे समय पर पूरा करने का लक्ष्य है। आयोजन समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, इस रामकथा के दौरान देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के लखीसराय पहुंचने की संभावना है। इससे जिले की धार्मिक पहचान मजबूत होगी और स्थानीय पर्यटन तथा अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रशासन और आयोजन समिति इस भव्य धार्मिक आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
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