मोतिहारी के सदर अस्पताल में मरीजों के बेड की चादरें समय पर न बदले जाने की शिकायतें मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ. रवि भूषण वर्मा ने अस्पताल का अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न वार्डों का दौरा किया और भर्ती मरीजों तथा उनके परिजनों से सीधे बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। मरीजों और उनके परिजनों ने सिविल सर्जन को बताया कि उन्हें ठंड से बचाव के लिए कंबल और हीटर तो उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन बेड की चादरें पिछले चार से पांच दिनों से नहीं बदली गई हैं। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन ने मौके पर मौजूद कर्मियों को फटकार लगाई और तत्काल व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया। सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई का भी जायजा लिया निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने शौचालय, वार्ड, गलियारे और अन्य सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई का भी जायजा लिया। साफ-सफाई की स्थिति पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया, लेकिन बेडशीट न बदलने की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि गंदी चादरों से मरीजों को संक्रमण का खतरा हो सकता है, जो किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। बेड की चादरें न बदले जाने की शिकायत मिली थी डॉ. वर्मा ने बताया कि उन्हें सदर अस्पताल में बेड की चादरें नियमित रूप से न बदले जाने की शिकायत मिली थी, जिसकी जांच के लिए वे निरीक्षण पर आए थे। ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने उन्हें बताया कि चादरें धोने के लिए एक सप्ताह पहले जीविका समूह को दी गई थीं, लेकिन समूह द्वारा उन्हें समय पर धोकर वापस नहीं किया गया, जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई। लापरवाही के लिए जीविका समूह के खिलाफ पत्र लिखा जाएगा सिविल सर्जन ने कहा कि इस लापरवाही के लिए जीविका समूह के खिलाफ पत्र लिखा जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न हो। उन्होंने अस्पताल कर्मियों को यह भी निर्देश दिया कि प्रतिदिन बेडशीट बदली जाए और चादरों का उचित उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोबारा ऐसी शिकायत मिलती है, तो संबंधित वार्ड में तैनात कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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