मुजफ्फरपुर में घने कोहरे के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर के प्रमुख एंट्री प्वॉइंट्स पर यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। लो विजिबिलिटी के चलते ड्राइवर को सड़क पर खड़े ट्रक, बस, कंटेनर नजर नहीं आ रहे हैं। जरा सी चूक बड़े हादसे में बदल सकती है। शहर के चांदनी चौक, सदातपुर चौक, शनि मंदिर चौक, भगवानपुर, रामदयालु, कच्ची-पक्की, जीरोमाइल और मेडिकल ओवरब्रिज जैसे प्रमुख एंट्री प्वॉइंट्स पर अवैध पार्किंग ने हालात और भी खतरनाक बना दिए हैं। नो-पार्किंग का नहीं हो रहा पालन स्थानीय प्रभात कुमार के अनुसार, सुबह और देर शाम कोहरा ज्यादा घना रहता है। ऐसे में एंट्री प्वॉइंट्स पर नो-पार्किंग नियमों का पालन न होने से दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। कई जगहों पर ट्रक और बसें मेन लेन और सर्विस लेन दोनों में खड़ी कर दी जाती है, जिससे चलती गाड़ियों के लिए रास्ता संकरा हो जाता है। बीच सड़क सवारी चढ़ाने-उतारने की होड़ भी खतरनाक कोहरे के बीच ऑटो और बस चालकों द्वारा बीच सड़क पर वाहन रोककर सवारी चढ़ाने-उतारने की होड़ हादसों को न्योता दे रही है। कई बार पीछे से टक्कर, बाइक सवारों के फिसलने और पैदल यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो चुकी है। चांदनी चौक से मेडिकल ओवरब्रिज तक सबसे ज्यादा खतरा चांदनी चौक पर सर्विस लेन के साथ मेन लेन में ट्रक, कंटेनर और बसें खड़ी रहती है। कोहरे और अंधेरे में सड़क पर खड़े भारी वाहन दूर से नजर नहीं आते, जिससे टक्कर का खतरा बना रहता है। मेडिकल ओवरब्रिज भिखनपुर इलाके में भी बड़े और छोटे वाहन यत्र-तत्र खड़े रहते हैं। यहां से नेपाल बॉर्डर, दरभंगा और मधुबनी की ओर जाने वाले सैकड़ों वाहन दिनभर गुजरते हैं। अंडरपास ट्रैफिक के चलते यहां दुर्घटना की आशंका और बढ़ जाती है। बैरिया गोलंबर और भगवानपुर रेवा रोड पर अव्यवस्था बैरिया गोलंबर पर बसों की पार्किंग पर रोक के बावजूद अवैध रूप से स्टॉपेज बना दिए गए हैं। चौराहा होने के कारण चारों दिशाओं से वाहनों की आवाजाही रहती है। इसी बीच बसों पर सवारियां चढ़ने-उतरने से हादसे का खतरा बना रहता है।भगवानपुर रेवा रोड के यादव नगर इलाके में ऑटो और बसों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां से सरैया, पारू, महवन, वैशाली और छपरा जाने वाली बसें सड़क पर ही खड़ी कर सवारी चढ़ाती-उतारती हैं। ट्रक चालकों की मजबूरी ट्रक चालक उमेश और संजीव का कहना है कि सड़क पर वाहन खड़ा करने पर 4 से 5 हजार रुपए का चालान काट दिया जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि भारी वाहनों के लिए सुरक्षित पार्किंग स्थल कहां है। अगर प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करेगा तो चालक आखिर गाड़ियां कहां खड़ी करें। प्रशासन का जवाब इस मामले में जिला परिवहन पदाधिकारी सतेंद्र यादव ने बताया कि अवैध पार्किंग को लेकर समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर फाइन भी लगाया जाता है। फिलहाल अभियान चलाकर फोरलेन सड़कों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है, ताकि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके और हादसों पर रोक लगाई जा सके।
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